वाराणसी : NEET-UG में धांधली का प्रयास करने वाले साल्वर गैंग के सदस्य डॉ. अफरोज अहमद की अग्रिम जमानत याचिका अदालत ने खारिज कर दी है. वहीं, वाराणसी कमिश्नरेट की पुलिस डॉक्टर अफरोज़ पर पहले से घोषित इनाम की राशि बढ़ाने की तैयारी कर रही है.
डॉक्टर अफरोज़ बलरामपुर का रहने वाला है. उसकी गिरफ्तारी में सहयोग करने के लिए वाराणसी पुलिस कमिश्नर की ओर से बलरामपुर के पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजा गया है. वहीं, इस मामले में जिला जेल में बंद आरोपी विकास कुमार महतो की जमानत याचिका वाराणसी के जिला एवं सत्र न्यायालय ने खारिज कर दी है.
गौरतलब है कि NEET-UG की परीक्षा 12 सितंबर को आयोजित की गई थी. नीट की परीक्षा का सारनाथ क्षेत्र के एक कॉलेज में सेंटर बनाया गया था. परीक्षा में धांधली कर रही एक छात्रा जूली कुमारी और उसकी मां बबिता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. गिरफ्तार की गई छात्रा त्रिपुरा की कैंडिडेट की जगह परीक्षा दे रही थी.
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वहीं, नीट सॉल्वर गैंग मामले में वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने पिता-पुत्री को भी गिरफ्तार कर लिया था. गोपाल विश्वास और उनकी बेटी (बाल अपचारी- 17 वर्ष 8 माह) की काफी लंबे समय से पुलिस को तलाश थी.
सॉल्वर गैंग की विवेचना में पहली बार कैंडिडेट की गिरफ्तारी हुई थी. इस मामले में अब तक सरगना सहित कुल 13 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. वहीं अभी 14 आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है.
इस संबंध में पुलिस कमिश्नर, कमिश्नरेट वाराणसी ए.सतीश गणेश ने बताया कि डॉक्टर अफ़रोज़ सॉल्वर गैंग से जुड़ा है. डॉक्टर अफ़रोज़ अहमद को बड़ा झटका लगा है. उसकी अग्रिम जमानत याचिका निरस्त हो गई है.
डॉक्टर अफ़रोज़ पर पुलिस ने गिरफ्तारी का इनाम पहले से घोषित कर रखा हैं. डॉक्टर के मूल पते वाले जिले के SP को गिरफ्तारी कराने के लिए पत्र एवं हुकुम तहरीरी भेजी जा रही है. वहीं, इस मामले के एक और आरोपी विकास कुमार महतो की जमानत याचिका जिला एवं सत्र न्यायालय ने खारिज कर दी है.