वाराणसी: उत्तराखंड के जोशीमठ में ग्लेशियर टूटने से चमोली समेत अन्य स्थानों पर भारी तबाही हुई है. यहां सैकड़ों लोग लापता हो गए हैं और अब तक लगभग 10 लोगों की मृत्यु हो चुकी है. इसके बाद पूरे देश में गम का माहौल है. उत्तराखंड के ऊपर आई मुसीबत के बाद लोग मां गंगा के रौद्र रूप के शांत होने की कामना कर रहे हैं. साथ ही मरने वालों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं. इसी क्रम में वाराणसी में गंगा की गोद में रहने वाले नाविक समाज के लोगों ने मां गंगा का दुग्धाभिषेक कर उन्हें नमन किया और मरने वालों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.
मां गंगा को दूध किया अर्पित
वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर नाविक समाज के लोगों ने गंगा मां को दूध अर्पित किया और उनसे शांत होने की प्रार्थना की. नाविकों ने लोगों को सुकून और राहत देने के लिए मां की आराधना की. उत्तराखंड में आई तबाही के बाद अब वहां पर लगातार भूस्खलन से लोग सहमे हुए हैं.
हमेशा मदद को तैयार रहते हैं नाविक
नाविक समाज के लोगों का कहना है कि उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा हो या फिर देश में कहीं भी कोई अन्य आपदा, नाविक समाज लोगों की मदद के लिए हमेशा आगे रहता है. इस आपदा में नाविक समाज कोई मदद नहीं कर पा रहा है. इसलिए बनारस में रहकर वह मां गंगा से प्रार्थना करके उनसे शांत होने की प्रार्थना कर रहे हैं.