वाराणसीः राष्ट्रपति बनने के बाद पहली देश की राष्ट्रपति महामहिम द्रौपदी मुर्मू वाराणसी आ रही हैं. उनके भव्य स्वागत को लेकर दशाश्वमेध घाट पर नमामि गंगे ने धार्मिक तरीके से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम से विशेष गंगा आरती की. वहीं, आरती में उनकी तस्वीर को शामिल करके फूलों से स्वागत लिखा गया. नमामि गंगे ने मां गंगा का दुग्धाभिषेक कर काशी सहित राष्ट्र के सर्वांगीण विकास के लिए आशीर्वाद मांगा.
वहीं, नमामि गंगे ने अलौकिक छटा बिखेर रहे दशाश्वमेध घाट पर माता की तरह हितकारिणी नदियों के संरक्षण का संदेश दिया. नमामि गंगे के सदस्यों ने पीएम मोदी द्वारा किए गए आवाह्न, जिसमें प्रमुख रूप से स्वच्छता, नदियों के संरक्षण से जुड़ने, आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम बढ़ाने और सिंगल यूज पॉलीथिन का उपयोग न करने के लिए लोगों से अपील की.
नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने बताया कि राष्ट्रपति 13 फरवरी यानी सोमवार को प्रथम बार वाराणसी आ रही हैं. महामहिम राष्ट्रपति की अगुवाई में भारत की लोकप्रिय मोदी सरकार के नेतृत्व में करोड़ों मोतियों के हार विकास के रूप में सज रहे हैं. यह दृढ़ संकल्प के मोती निरंतर सजें इसके लिए हमने मां गंगा से प्रार्थना की है. उन्होंने कहा कि काशी की स्वागत परंपरा संस्कृति और अध्यात्म से सरावोर रही है. मां गंगा की आरती कर हमने राष्ट्र के लिए सुख और समृद्धि की कामना की है. स्वच्छता ही आरोग्य जीवन का आधार है यह संदेश प्रसारित किया है.
वहीं, इस आयोजन में प्रमुख रूप से काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला, महानगर सह संयोजक सारिका गुप्ता, महानगर सह संयोजक सीमा चौधरी, रविंद्र मिश्रा, पूजा मौर्या, सुषमा जायसवाल, संजय गुप्ता, शिवम पांडेय, अतुल शुक्ला व भारी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित रहे.
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