वाराणसी : गुरु नानक देव की 550 में प्रकाश पर्व को दर्शाता अंतरराष्ट्रीय नगर कीर्तन श्री नानकाना साहिब से चलकर भारत पहुंचने के बाद वाराणसी पहुंचा. गुरु नानक देव की जयंती को दर्शाने वाला यह नगर कीर्तन शोभायात्रा प्रयागराज से शुक्रवार की शाम वाराणसी पहुंचा और रात्रि विश्राम के बाद शनिवार को पटना साहिब के लिए रवाना हो जाएगा.
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नगर कीर्तन पहुंची वाराणसी -
- पाकिस्तान में गुरु नानक देव के जन्म स्थान नानकाना साहिब से शुरू की गई शोभायात्रा शुक्रवार शाम जनपद में पहुंची.
- इस नगर कीर्तन के दर्शन करने के लिए रात भर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती रही.
- यह शोभायात्रा इतिहास में पहली बार भारत आई है.
- यह शोभायात्रा देश के कई कोनों में जाकर श्रद्धालुओं को उनके धर्म गुरुओं द्वारा धारण की गई वस्तुओं के दर्शन करवाएगी.
- इस नगर कीर्तन में आई पालकी में गुरु नानक देव की खड़ाऊ, धर्म गुरुओं की तलवारें और कृपाण भी दर्शनार्थियों के लिए रखे गए हैं.
पाकिस्तान से 1 अगस्त को शुरू किया गया यह नगर कीर्तन प्रयागराज के बाद अब वाराणसी पहुंचा है. जहां रात्रि विश्राम के बाद इसे पटना की ओर रवाना किया जाएगा. नवंबर में यह नगर कीर्तन वापस पाकिस्तान में गुरु नानक देव की जन्म स्थली नानकाना साहिब लौट जाएगा. भारत में शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने पालकी का स्वागत किया. यह पालकी वाघा बॉर्डर होते हुए अमृतसर के रास्ते भारत में लाई गई.