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पाकिस्तान के नानकाना साहिब से वाराणसी पहुंचा नगर कीर्तन

गुरु नानक देव की 550 में प्रकाश पर्व को दर्शाता नगर कीर्तन श्री नानकाना साहिब से चलकर भारत पहुंचने के बाद शुक्रवार को वाराणसी पहुंचा. रात्रि विश्राम के बाद शनिवार को यह पटना साहिब के लिए रवाना किया जाएगा. नानकाना साहिब की शोभायात्रा के दर्शन के लिए रात भर श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा रहा.

नानकाना साहिब शोभायात्रा
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Published : Aug 24, 2019, 7:29 AM IST

वाराणसी : गुरु नानक देव की 550 में प्रकाश पर्व को दर्शाता अंतरराष्ट्रीय नगर कीर्तन श्री नानकाना साहिब से चलकर भारत पहुंचने के बाद वाराणसी पहुंचा. गुरु नानक देव की जयंती को दर्शाने वाला यह नगर कीर्तन शोभायात्रा प्रयागराज से शुक्रवार की शाम वाराणसी पहुंचा और रात्रि विश्राम के बाद शनिवार को पटना साहिब के लिए रवाना हो जाएगा.

वाराणसी पहुंचा नानकाना साहिब शोभायात्रा.

इसे भी पढ़ें - हिमाचल पहुंची PAK से शुरु हुई यात्रा, 72 साल में पहली बार

नगर कीर्तन पहुंची वाराणसी -

  • पाकिस्तान में गुरु नानक देव के जन्म स्थान नानकाना साहिब से शुरू की गई शोभायात्रा शुक्रवार शाम जनपद में पहुंची.
  • इस नगर कीर्तन के दर्शन करने के लिए रात भर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती रही.
  • यह शोभायात्रा इतिहास में पहली बार भारत आई है.
  • यह शोभायात्रा देश के कई कोनों में जाकर श्रद्धालुओं को उनके धर्म गुरुओं द्वारा धारण की गई वस्तुओं के दर्शन करवाएगी.
  • इस नगर कीर्तन में आई पालकी में गुरु नानक देव की खड़ाऊ, धर्म गुरुओं की तलवारें और कृपाण भी दर्शनार्थियों के लिए रखे गए हैं.

पाकिस्तान से 1 अगस्त को शुरू किया गया यह नगर कीर्तन प्रयागराज के बाद अब वाराणसी पहुंचा है. जहां रात्रि विश्राम के बाद इसे पटना की ओर रवाना किया जाएगा. नवंबर में यह नगर कीर्तन वापस पाकिस्तान में गुरु नानक देव की जन्म स्थली नानकाना साहिब लौट जाएगा. भारत में शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने पालकी का स्वागत किया. यह पालकी वाघा बॉर्डर होते हुए अमृतसर के रास्ते भारत में लाई गई.

वाराणसी : गुरु नानक देव की 550 में प्रकाश पर्व को दर्शाता अंतरराष्ट्रीय नगर कीर्तन श्री नानकाना साहिब से चलकर भारत पहुंचने के बाद वाराणसी पहुंचा. गुरु नानक देव की जयंती को दर्शाने वाला यह नगर कीर्तन शोभायात्रा प्रयागराज से शुक्रवार की शाम वाराणसी पहुंचा और रात्रि विश्राम के बाद शनिवार को पटना साहिब के लिए रवाना हो जाएगा.

वाराणसी पहुंचा नानकाना साहिब शोभायात्रा.

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नगर कीर्तन पहुंची वाराणसी -

  • पाकिस्तान में गुरु नानक देव के जन्म स्थान नानकाना साहिब से शुरू की गई शोभायात्रा शुक्रवार शाम जनपद में पहुंची.
  • इस नगर कीर्तन के दर्शन करने के लिए रात भर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती रही.
  • यह शोभायात्रा इतिहास में पहली बार भारत आई है.
  • यह शोभायात्रा देश के कई कोनों में जाकर श्रद्धालुओं को उनके धर्म गुरुओं द्वारा धारण की गई वस्तुओं के दर्शन करवाएगी.
  • इस नगर कीर्तन में आई पालकी में गुरु नानक देव की खड़ाऊ, धर्म गुरुओं की तलवारें और कृपाण भी दर्शनार्थियों के लिए रखे गए हैं.

पाकिस्तान से 1 अगस्त को शुरू किया गया यह नगर कीर्तन प्रयागराज के बाद अब वाराणसी पहुंचा है. जहां रात्रि विश्राम के बाद इसे पटना की ओर रवाना किया जाएगा. नवंबर में यह नगर कीर्तन वापस पाकिस्तान में गुरु नानक देव की जन्म स्थली नानकाना साहिब लौट जाएगा. भारत में शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने पालकी का स्वागत किया. यह पालकी वाघा बॉर्डर होते हुए अमृतसर के रास्ते भारत में लाई गई.

Intro:वाराणसी। गुरु नानक देव की 550 में प्रकाश पर्व को दर्शाता अंतरराष्ट्रीय नगर कीर्तन श्री नानासाहेब से चलकर भारत पहुंचने के बाद आज प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचा। गुरु नानक देव की जयंती को दर्शाने वाला यह नगर कीर्तन प्रयागराज से शुक्रवार की शाम वाराणसी पहुंचा और रात्रि विश्राम के बाद शनिवार को पटना साहिब के लिए रवाना किया जाएगा। रात भर श्रद्धालुओं का पालकी साहिब में दर्शन करने के लिए हुजूम उमड़ा हुआ नजर आया।


Body:VO1: पाकिस्तान में गुरु नानक देव के जन्म स्थान ननकाना साहिब से शुरू की गई शोभायात्रा अंतर्राष्ट्रीय नगर कीर्तन शुक्रवार देर शाम वाराणसी पहुंचा। इस नगर कीर्तन के दर्शन करने के लिए रात भर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती रही। लोगों का कहना है किए उनकी खुशकिस्मती है कि उन्हें गुरु नानक देव की खड़ाऊं के साथ-साथ गुरु तेग बहादुर गुरु गोविंद सिंह और अन्य धर्म गुरुओं के स्पर्श की हुई चीजें अपनी आंखों से देखने को मिल रही हैं और उनके दर्शन का सौभाग्य मिल रहा है। यह शोभायात्रा इतिहास में पहली बार भारत आई है और देश के कई कोनों में जाकर श्रद्धालुओं को उनके धर्म गुरुओं द्वारा धारण की गई वस्तुओं के दर्शन करवाएगी। इस नगर कीर्तन में आई पालकी में गुरु नानक देव की खड़ाऊ के साथ साथ धर्म गुरुओं की तलवारें और कृपाण भी दर्शनार्थियों के लिए रखे गए हैं।

बाइट: जयदीप सिंह, श्रद्धालु
बाइट: मंजीत कौर, श्रद्धालु


Conclusion:VO2: पाकिस्तान से 1 अगस्त को शुरू किया गया यह नगर कीर्तन प्रयागराज के बाद अब वाराणसी पहुंचा है जहां रात्रि विश्राम के बाद इसे पटना की ओर रवाना किया जाएगा नवंबर में यह नगर कीर्तन वापस पाकिस्तान में गुरु नानक देव की जन्म स्थली नानिकना साहिब साहेब लौट जाएगा ।भारत में शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने पालकी साहिब का स्वागत किया यह पालकी साहिब वाघा बॉर्डर होते हुए अमृतसर के रास्ते भारत में लाई गई।

Regards
Arnima Dwivedi
Varanasi
7523863236
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