वाराणसीः उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के मद्देनजर समाजवादी पार्टी भी बूथ स्तर तक अपनी पैठ मजबूत करने के लिए प्रयासरत दिखाई पड़ रही है. हाल ही में समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव के निर्देश पर सपा के बाबा साहब वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर मिठाई लाल भारती की नियुक्ति की गई है. उन्हें बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने और टीम गठित करने की जिम्मेदारी भी दी गई है. जिसके मद्देनजर शुक्रवार को वाराणसी के सर्किट हाउस में पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ बैठक करने पहुंचे.
वहीं मिठाई लाल भारती ने कहा कि अखिलेश यादव के निर्देश पर बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत बनाने के उद्देश्य से शुक्रवार को वाराणसी पहुंचा हूं और यहां पर अपनी टीम गठित कर रहा हूं. उसी की तैयारी को लेकर के आज यहां बैठक कर रहे हैं. हमारे संगठन का जो गठन होगा वह राष्ट्रीय स्तर से लेकर के पोलिंग बूथ स्तर तक पर होगा. मेरा ये प्रयास है कि बूथ स्तर से लेकर के राष्ट्रीय स्तर तक संगठन में हर जाति और बिरादरी के लोगों को स्थान दिया जाएगा. इसमें महिलाओं को भी सम्मान दिया जाएगा. 2022 का चुनाव हमारे लिए चुनाव नहीं बल्कि चुनौती है. यह चुनौती इस बात के लिए है क्योंकि संविधान खतरे में है. संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. भारतीय जनता पार्टी की सरकार में संविधान को निष्क्रिय किया जा रहा है और आरक्षण को निष्क्रिय किया जा रहा है और इसलिए हम बाबा साहब अंबेडकर वाहिनी के माध्यम से संविधान को बचाने के लिए किसी हद तक जा सकते हैं. 2022 के चुनाव में बीजेपी का कोई मंत्र काम नहीं करेगा चाहे वह अमित शाह का मंत्र हो या मोदी का मंत्र.
वहीं इस बार समाजवादी पार्टी 400 के पार जाएगी और यह बात हम नहीं जनता कह रही है. बीजेपी का जो घोषणा जारी हुआ था 2014, 2017 और 2019 में उस घोषणा पर भी इन्होंने काम नहीं किया. जनता की आंख में धूल झोंकने का काम किया. हमारे पास बहुत सारे मुद्दे हैं. बीजेपी के खिलाफ इसको लेकर इस बार चुनाव में हम उतरेंगे. वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती के ऊपर कोई टिप्पणी न करने की बात करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि हम उनका बहुत सम्मान करते हैं क्योंकि हमारी लड़ाई बहुजन समाज पार्टी से नहीं है.अगर हमारी लड़ाई किसी से है तो वह भारतीय जनता पार्टी है, क्योंकि बीजेपी संविधान विरोधी है और गरीब विरोधी है.
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इस बीच उन्होंने मायावती पर तंज कसते हुए ये भी कहा कि उनका एक बयान आया था कि सपा को सत्ता से हटाने के लिए हम बीजेपी का साथ दे सकते हैं, तो हमारा मानना है कि उनके ऊपर कहीं कोई दबाव हो सकता है.