वाराणसी: कोरोना काल में उद्योग संचालन में हो रही दिक्कतों को लेकर इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की ऑनलाइन बैठक की गयी. बैठक में पूर्वांचल में उद्योग संचालन पर मंडरा रहे खतरे से निपटने पर विचार किया गया. उद्योगों के संचालन में आ रही दिक्कतों के बारे में प्रदेश के मुख्यमंत्री को अवगत कराने की बात कही गयी. इसके साथ ही आईआईए के पदाधिकारियों ने उद्यमियों से कोविड के नियमों के तहत उत्पादन करने की अपील की.
उद्योगों की धीमी रफ्तार पर हुई चर्चा
कोविड के दौरान उद्योगों की धीमी रफ्तार को तेजी देने के लिए आईआईए के उपाध्यक्ष आरके चौधरी की अध्यक्षता में बैठक हुई. इसमें सबसे पहले आरके चौधरी ने सभी उद्यमियों से कोरोना के नियमों के तहत उप्तादन करने की बात कही. इस बैठक में माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम एटरप्राइजेज (MSME) के क्रियान्वयन की धीमी रफ्तार को बल देने पर विचार किया गया. आरके चौधरी ने कहा कि एमएसएमई के संवर्धन के लिए कई प्रयास किये जा रहे है, मगर प्रयास के अनुरूप जमीनी स्तर पर प्रगति की रफ्तार काफी धीमी है.
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इन मुद्दों पर हुयी चर्चा
बैठक में उत्पादन के संबंध में आने वाली दिक्कतों पर चर्चा की गयी. इसमें बिजली की समस्या को सर्वोपरि बताया गया. बैठक में उद्यमियों ने कहा कि निवेश मित्र के पोर्टल बराबर काम नहीं करने की वजह से नए उद्योग अधिभार संयोजन का एस्टीमेट जमा करने में परेशानी होती है. इसके अलावा प्रदूषण के मुद्दे पर भी चर्चा की गयी. उद्यमियों ने सरकार के प्रदूषण विभाग द्वारा लाये गए नियमों का स्वागत किया, मगर इन नियमों के कारण उद्योगों को प्रभावित न होने और उद्यमियों का उत्पीड़न नहीं करने की बात कही. साथ ही औद्योगिक एरिया को फ्री होल्ड किये जाने पर चर्चा की गयी, ताकि कम से कम स्थान पर अधिक से अधिक कारखाने लगाए जा सके. इस बैठक में वाराणसी मंडल के अध्यक्ष नीरज पारीख, चेयरमैन दीपक बजाज आदि उद्यमी मौजूद रहे.