वाराणसी: धर्म और अध्यात्म नगरी काशी में बुधवार से होली शुरू हो जाता है. आज के दिन बाबा श्री काशी विश्वनाथ माता पार्वती का गौना करा के लाते हैं और इस खुशी में लोग रंग और गुलाल से होली खेलते हैं. बुधवार को यहां बाबा महाश्मशान की पारंपरिक शोभायात्रा निकाली गई. यहां भगवान भोलेनाथ ने अपने औघड़ रूप में जलती चिताओं के बीच भस्म की होली खेली.
अनोखी शोभा यात्रा
बाबा मसान की शोभायात्रा में बग्घी, ऊंट, घोड़ा, ट्रक पर शिव तांडव नृत्य करते औघड़ नर मुंडो की माला पहने थे और बाबा मसान नाथ की जय, हर हर महादेव और गगन भेदी जयकारा लगा रहे थे. बनारसी मस्ती में सराबोर श्रद्धालुओं ने पूरी निष्ठा और उल्लास के साथ इसमें हिस्सा लिया.
महाशमशान पर दिखा उत्सव
महाशमशान हरिश्चंद्र घाट पर जहां एक तरफ चिता जल रही थी तो वहीं दूसरी तरफ लोग उत्सव मना रहे थे. डोम राजा परिवार के साथ समस्त काशी के लोग इस महाउत्सव में शामिल हुए और बाबा की शोभायात्रा में जमकर भक्ति गानों पर नृत्य किया. भक्त महादेव के रंग में रंगते नजर आए. भगवान का रूप धरे कलाकारों ने भी विशेष प्रकार का नृत्य प्रस्तुति किया.
भूतों के संग बाबा ने खेली मसान की होली
बहादुर चौधरी ने बताया कि यह परंपरा सदियों से चली आ रहा है. बुधवार को एकादशी के दिन बाबा मां गौरा का गौना कराते हैं. इस खुशी में भक्त होली खेलते हैं. मशान बाबा भूत, प्रेत, चांडाल, किन्नर, सांप साथ होली खेलते हैं.