वाराणसी : बीजेपी सांसद मनोज तिवारी अखिल भारतीय राजभाषा सम्मलेन में शिरकत करने वाराणसी पहुंचे हुए हैं. इस दौरान दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी ने कहा- आज काशी के लिए बहुत गौरवशाली दिन है. काशी को सांस्कृतिक राजधानी मानकर देखने वाले भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है. अभी तक काशी से हिंदी के बड़े-बड़े सशक्त हस्ताक्षर निकले, लेकिन यहां इस स्तर का सम्मेलन पहली बार हो रहा है. ये जगह और जो संकुल बना हुआ है, यह काशी के लिए एक नयी उपलब्धि है. मैं अमित शाह जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद करता हूं.
कंगना रनोत के बयान पर बोलते हुए उन्होंने कहा- किस परिपेक्ष्य में उन्होंने क्या कहा, इस पर मेरी बात नहीं हो पायी है. मैं समझता हूं आजादी का अमृत महोत्सव और जब भारत आजाद हुआ, उसे किसी को दागदार करने और नीचा दिखाने का हक नहीं होना चाहिए. हालांकि इसके साथ ही तिवारी ने यह भी कहा- नई बातें करना अच्छी बात है. इसमें कोई संशय नहीं है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने के बाद 'द गार्डियन' ने भी लिखा कि नया भारत शुरू हुआ है. लेकिन इसका मतलब यह नहीं हो सकता कि हम अपनी स्वाधीनता के अमृत महोत्सव को कम करके देखें. इसको सभी को गौरव से देखना चाहिए.
मनोज तिवारी से जब प्रश्न किया गया कि हिन्दू और हिंदुत्व पर सवाल हो रहे हैं. राहुल गांधी कह रहे हैं कि दोनों चीजे अलग हैं. इस पर तिवारी ने कहा कि जो लोग केवल चुनाव में हिन्दुत्व दिखाते हैं, उनके लिये अलग-अलग होगा हिन्दुत्व. उनके लिए दिखाने का अलग है और अंदर रखने वाला अलग है. राहुल गांधी के लिए हिंदुत्व दो तरह का है. एक चुनाव में दिखाने वाला और एक अंदर से देश को नुकसान पहुंचाने वाला.
इसे भी पढ़ें- योगी के गढ़ में गरजे अखिलेश, जिन लोगों ने यूपी को पीछे किया उनका सफाया निश्चित है
राशिद अलवी के बयान, जिसमें उन्होंने कहा था कि जय श्रीराम का नारा लगाने वाले निशाचर और राक्षस हैं. इस पर मनोज तिवारी ने कहा- रावण के दल को कभी भी जय श्रीराम का नारा अच्छा नहीं लगता था. हमें ये चुनौती के रूप में लेना है. भारत में एक प्रवृती लोग अपना रहे हैं, जिसमें भारत की संस्कृति का, भारत की सभ्यताओं का, भारत की मान-मर्यादाओं का वे लोग विरोध करते हैं. लेकिन उनसे अब भारत रुकने वाला नहीं है. जो राम का या जय श्रीराम की मर्यादा का विरोध करते हैं, वो स्वयं ही देश में अलग-थलग हो जाएंगे.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप