वाराणसी: मकर संक्रांति पर्व 2022 के अवसर पर नमामि गंगे ने वाराणसी दशाश्वमेध घाट पर भगवान सूर्य का दुग्धाभिषेक किया. सूर्य देव के मकर राशि में प्रवेश के पुण्य अवसर पर नमामि गंगे के सदस्यों ने सूर्य देव और मां गंगा की आरती उतारी. नमामि गंगे गंगे के सदस्यों ने गंगा नदी के किनारे साफ-सफाई की. उन्होंने लाउडस्पीकर द्वारा लोगों से आवाह्न किया कि वातावरण साफ और स्वच्छ रहेगा तो स्वजन और समाज भी स्वच्छ रहेंगे.
नमामि गंगे (Namami Gange) के सदस्यों ने पर्यावरण के लिए हानिकारक सिंगल यूज पॉलिथीन (Single Use Polythene) का उपयोग न करने की सलाह दी. इसके साथ ही लोगों में कपड़े के झोले भी बांटे. मकर संक्रांति पर्व पर हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं को कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave of Corona) से बचने के लिए वैक्सीन लगवाने व मास्क पहनने की अपील की. नमामि गंगे के सदस्यों द्वारा गंगा स्नान के लिए उपस्थित नागरिकों में मास्क का वितरण भी किया गया."
नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि हमारी भारतीय परम्पराएं पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती है. हिन्दू धर्म के जितने भी त्योहार हैं, वे सब प्रकृति के अनुरूप हैं. मकर संक्रांति पर्व प्रकृति संरक्षण का पुण्य स्मरण है. आयोजन में प्रमुख रूप से नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला, महानगर सहसंयोजक शिवम अग्रहरी, महानगर सहसंयोजक रामप्रकाश जायसवाल, सत्यम जायसवाल सारिका गुप्ता, रश्मि साहू , रेनू जायसवाल, सोनू, पूजा मौर्या, पंकज अग्रहरि आदि उपस्थित रहे.
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