वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बनारस में रहे. अपने दो दिवसीय काशी प्रवास के दौरान पीएम मोदी रोड शो के बीच में ही श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन करने के लिए चले गए. हालांकि प्रधानमंत्री यहां 27 फरवरी को संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के मैदान में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन के संबोधन के बाद भी काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए गए थे.
इस तरह महज 5 दिन में ही पीएम ने दूसरी बार बाबा विश्वनाथ के दरबार में माथा टेका है. आखिर में एक सप्ताह के अंदर ही दो बार बाबा विश्वनाथ के मंदिर में पूजा की क्या वजह है? इस बारे में मंदिर के पुजारियों ने औपचारिक तो नहीं लेकिन अनौपचारिक बातचीत में वह बातें बताईं जो शायद पीएम मोदी को दूसरे किसी अन्य व्यक्ति से अलग करतीं हैं.
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा से ही शिव और शक्ति की उपासना में विश्वास करते रहे हैं. एक तरफ जहां केदारनाथ तो दूसरी तरफ माता वैष्णों देवी के दर्शन के अलावा बाबा विश्वनाथ और नेपाल में जाकर पशुपतिनाथ मंदिर में भी दर्शन का मौका प्रधानमंत्री नहीं छोड़ते हैं. जब बनारस में अपने संसदीय क्षेत्र में एक सप्ताह के अंदर दोबारा आना हो जाए तो फिर प्रधानमंत्री बाबा विश्वनाथ के यहां जाने से खुद को कैसे रोक सकते हैं.
हालांकि इस बार चुनावी दौर में प्रधानमंत्री मोदी की बड़ी परीक्षा मानी जा रही है क्योंकि 2017 के चुनावों में प्रधानमंत्री का जादू चला था और बीजेपी गठबंधन को 325 सीटें मिली थी. हालांकि इस बार बीजेपी की सीधी टक्कर समाजवादी पार्टी गठबंधन से है जिसकी वजह से पूर्वांचल, पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत यूपी के कई हिस्सों में भारतीय जनता पार्टी को काफी मेहनत करनी पड़ी है. खुद पीएम मोदी ने भी ताबड़तोड़ जनसभाएं कीं हैं और पूरी ताकत अपने संसदीय क्षेत्र बनारस में लगा रहे हैं.
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गौरतलब है कि सात मार्च को अंतिम चरण के चुनावों से पहले प्रधानमंत्री का रोड शो बीजेपी के शक्ति प्रदर्शन के लिए ही किया गया था. बनारस की 8 विधानसभा सीटों के साथ पूर्वांचल की अंतिम चरण की लगभग 56 सीटों पर बीजेपी को बड़ी बढ़त दिलाने के लिए और कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए यह आयोजन किया गया.
क्या कहते हैं मंदिर के पुजारी
वहीं, काशी विश्वनाथ मंदिर के पुजारियों ने कहा कि बाबा विश्वनाथ के दरबार में प्रधानमंत्री ने आज विजय अनुष्ठान किया. यह वह विजय अनुष्ठान है जो राजा अपनी सत्ता को मजबूत बनाए रखने के लिए करता है क्योंकि यह अनुष्ठान विशेष पूजन सामग्री के साथ होता है. इसलिए आज पूजा में चंदन, हल्दी वाला जल, गाय का दूध, भांग और विशेष तौर पर तैयार की गई कमलगट्टे की माला बाबा विश्वनाथ को अर्पित की गई है. कमलगट्टा माता लक्ष्मी को अति प्रिय और भगवान भोलेनाथ को भी चढ़ाया जाता है. रुद्राक्ष की 5100 दाने विशेष माला बाबा विश्वनाथ को अर्पित की गई है. कहते हैं इन पूजन सामग्री से पूजा करने मात्र से मनचाहे फल की प्राप्ति होती है.
यही वजह है कि आज प्रधानमंत्री ने लगभग 15 मिनट से ज्यादा वक्त बाबा विश्वनाथ के धाम में विशेष पूजन किया. बाहर निकलने के बाद अपने हाथों में डमरू लेकर बजाते हुए बाबा भोलेनाथ को जागृत करने की भी कोशिश की. कहते हैं भोलेनाथ के दरबार में पहुंचकर डमरू, घंटा या अपनी गाल बजाने से भोलेनाथ आपकी हर मुराद पूरी करते हैं. आज पीएम ने बनारस में बाबा भोलेनाथ की विशेष पूजा के बाद घंटा घड़ियाल बजाकर भोलेनाथ तक बीजेपी की जीत सुनिश्चित करने की कामना जरूर पहुंचाई है.