वाराणसी: संघ के थिंक टैंक कहे जाने वाले केएन गोविंदाचार्य इन दिनों अध्ययन अवकाश के तहत देशभर के भ्रमण पर निकले हुए हैं. अलग-अलग जिलों में रुककर जनसंवाद और रात्रि प्रवास करने के साथ ही केंद्र गोविंदाचार्य लोगों से मुलाकात भी कर रहे हैं. मिर्जापुर में अपनी यात्रा को खत्म करने के बाद गोविंदाचार्य आज वाराणसी पहुंचे हैं.
वाराणसी के शूलटंकेश्वर मंदिर में दर्शन पूजन के बाद मां गंगा का पूजन कर उन्होंने लोगों से जनसंवाद भी किया. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े रहने के बाद भारतीय जनता पार्टी के संगठन मंत्री और फिर महासचिव की जिम्मेदारी निभाने के बाद 20 साल पहले अध्ययन अवकाश ले चुके केएन गोविंदाचार्य 1 सितंबर से 2 अक्टूबर तक देवप्रयाग से गंगासागर तक की यात्रा पर हैं. इस दौरान भक्ति भाव के साथ लोगों से संवाद कर देश के वर्तमान हालात और भविष्य को लेकर चर्चाएं कर रहे हैं.
इस दौरान आज वाराणसी से लगभग 20 किलोमीटर दूर शूलटंकेश्वर मंदिर पहुंचकर यहां उन्होंने विधिवत पूजन किया. पूजन के बाद मां गंगा की आरती और उनका भी पूजन कर यहां स्थित एक रिसोर्ट में लोगों से जन संवाद भी किया. राष्ट्रीय स्वाभिमान परिषद के तत्वावधान में एक सितंबर से निकली यह अध्ययन प्रवास यात्रा आज वाराणसी पहुंची है. यहां केएन गोविंदाचार्य 3 दिनों तक प्रवास करेंगे. 20 सितम्बर को दोपहर 3 बजे पियरी पुलिस चौकी के निकट वेद भवन में नागरिक संवाद करेंगे.
इसके बाद कुंडलीनियां गांव में ग्रामीणों से मुलाकात करेंगे. 21 सितंबर को रामनगर में काशी कथा की परिचर्चा में शामिल होकर स्थानीय लोगों से मुलाकात करेंगे. 22 सितंबर को दीनदयाल उपाध्याय नगर में संवाद कर बक्सर चले जायेंगे. गोविंदाचार्य ने 20 साल पहले 9 सितंबर 2000 को अध्ययन अवकाश ले लिया था. 20 साल अध्ययन अवकाश में किए गए अध्ययन और एक महीने का देवप्रयाग से गंगासागर तक का आत्मचिंतन करने के बाद 2 अक्टूबर को वे गंगा सागर में और 26 को समापन ग्राउंड जीरो, आजमगढ़ के विभूतिपुर में अपने विचार साझा करेंगे.