वाराणसी: पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में अपने एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत की. इस बीच उन्होंने एनआरसी के सवाल पर कहा कि 'वहम का इलाज हकीम लुकमान के पास भी नहीं था' मेरे पास क्या होगा. उन्होंने एनआरसी को समझाने की कोशिश करते हुए बताया कि आज कोई ऐसा देश नहीं है, जिसके पास अपने नागरिकों की सूची नहीं हो.
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान सबसे पहले बीएचयू के मालवीय मूल्य अनुशीलन केंद्र के प्रेक्षागृह में 'वसुधैव कुटुंबकम' और 'एको अहं द्वितीयो नास्ति' के सामाजिक संघर्ष विषय पर विशेष व्याख्यान के आयोजन में पहुंचे. यहां उन्होंने भारतीय संस्कृति की परंपरा की खूबसूरतियों से लेकर वर्तमान समय में चल रहे सीएए एवं एनआरसी के विरोध तक पर बेबाकी से चर्चा की. उन्होंने कहा कि भारत ने तो हमेशा से ही प्रताड़ित लोगों को खुले मन से स्वीकारते हुए शरण दी है.
काशी पहुंचे केरल के राज्यपाल
- राज्यपाल का दूसरा कार्यक्रम अखिल भारतीय विद्वत परिषद द्वारा आयोजित किया गया था.
- कार्यक्रम में राज्यपाल बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए, उन्होंने यहां मीडिया से बातचीत की.
- केरल के राज्यपाल ने कहा कि जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं. उनसे हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि जरा इस कानून को पढ़ लो. इसका भारत के नागरिकों से कोई ताल्लुक नहीं है.
- उन्होंने कहा कि इस कानून से उसका ताल्लुक है, जो धार्मिक आधार पर प्रताड़ित होकर रोजगार के लिए आए हैं.
- बनारस के बहुत सारे लोग यूएई और सऊदी में हैं. क्या वह बिना कागजों के कहीं जा सकते हैं?
- उन्होंने कहा कि हम उनमें फर्क करना चाहते हैं, जो रोजगार के लिए आए हैं. वह पता चल जाएगा.
- केरल के राज्यपाल ने कहा कि आज कोई ऐसा देश नहीं है, जिसके पास अपने नागरिकों की सूची नहीं हो.
- NRC को लेकर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद ने तंज कसते हुए कहा कि 'वहम का इलाज तो हकीम लुकमान के पास भी नहीं था' तो मेरे पास क्या होगा.