ETV Bharat / state

वाराणसी: काशी विद्यापीठ प्रशासन ने पक्षियों के लिए दाने-पानी की कराई व्यवस्था - varanasi news

वाराणसी के काशी विद्यापीठ में चिड़ियों के लिए पानी और दाने की व्यवस्था की गई है. काशी विद्यापीठ के कुलपति ने रविवार को गर्मी के कारण चिड़ियों के लिए पेड़ पर बर्तन में पानी और खाना रखवाया है.

kashi vidyapeeth
काशी विद्यापीठ में किया गया चिड़ियों के लिए खाने का इंतजाम
author img

By

Published : Jun 14, 2020, 8:13 PM IST

वाराणसी: काशी विद्यापीठ के कुलपति टीएन सिंह ने रविवार को गर्मी से त्रस्त चिड़ियों के लिए एक अनोखा कार्यक्रम आयोजित किया. इस कार्यक्रम के दौरान चिड़ियों के लिए दाने-पानी की विशेष व्यवस्था की गई है. कुलपति का कहना है कि जिस तरीके से हर आदमी पर गर्मी का असर होता है ठीक वैसे ही चिड़ियों के ऊपर भी बुरा प्रभाव पड़ता है. इंसानों की तरह ही चिड़ियों की भी सेहत बिगड़ती है, ऐसे में उन्हें खाने के लिए दाना और पीने के लिए पानी मिलना जरूरी है. इसी वजह से काशी विद्यापीठ में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

काशी विद्यापीठ के कुलपति का मानना है कि जिस तरीके से 2 महीने तक लगातार लॉकडाउन चलते प्रवासी भारतीय अपने घर जाना चाहते थे, ठीक उसी तरह ये चिड़ियां भी खाने और दाने के लिए बेहद परेशान हैं. बढ़ती गर्मी चिड़ियों की मौत का बड़ा कारण है.

काशी विद्यापीठ में की गई चिड़ियों के खाने-पीने की व्यवस्था.

काशी विद्यापीठ के छात्र और कुलपति ने यह निर्णय लिया कि चिड़ियों के लिए उचित व्यवस्था पूरे विश्वविद्यालय में होनी चाहिए. इसके लिए रविवार को काशी विद्यापीठ के कुलपति और छात्रों ने चिड़ियों के लिए व्यवस्था की है. इस व्यवस्था के तहत मिट्टी के बर्तन में पानी और दाना पेड़ों पर टांगा गया है. भूखी-प्यासी चिड़ियों को इन पेड़ों पर दाना-पानी मिलेगा.

वाराणसी: काशी विद्यापीठ के कुलपति टीएन सिंह ने रविवार को गर्मी से त्रस्त चिड़ियों के लिए एक अनोखा कार्यक्रम आयोजित किया. इस कार्यक्रम के दौरान चिड़ियों के लिए दाने-पानी की विशेष व्यवस्था की गई है. कुलपति का कहना है कि जिस तरीके से हर आदमी पर गर्मी का असर होता है ठीक वैसे ही चिड़ियों के ऊपर भी बुरा प्रभाव पड़ता है. इंसानों की तरह ही चिड़ियों की भी सेहत बिगड़ती है, ऐसे में उन्हें खाने के लिए दाना और पीने के लिए पानी मिलना जरूरी है. इसी वजह से काशी विद्यापीठ में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

काशी विद्यापीठ के कुलपति का मानना है कि जिस तरीके से 2 महीने तक लगातार लॉकडाउन चलते प्रवासी भारतीय अपने घर जाना चाहते थे, ठीक उसी तरह ये चिड़ियां भी खाने और दाने के लिए बेहद परेशान हैं. बढ़ती गर्मी चिड़ियों की मौत का बड़ा कारण है.

काशी विद्यापीठ में की गई चिड़ियों के खाने-पीने की व्यवस्था.

काशी विद्यापीठ के छात्र और कुलपति ने यह निर्णय लिया कि चिड़ियों के लिए उचित व्यवस्था पूरे विश्वविद्यालय में होनी चाहिए. इसके लिए रविवार को काशी विद्यापीठ के कुलपति और छात्रों ने चिड़ियों के लिए व्यवस्था की है. इस व्यवस्था के तहत मिट्टी के बर्तन में पानी और दाना पेड़ों पर टांगा गया है. भूखी-प्यासी चिड़ियों को इन पेड़ों पर दाना-पानी मिलेगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.