वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 और 18 दिसंबर को वाराणसी दौरे पर आ रहे हैं. इस दौरान वह रेलवे परियोजनाओं की बड़ी सौगात देंगे. वह तीन राज्यों के लिए रेलवे सुरक्षा क्लेम का तोहफा देंगे. वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा क्लेम का एक सेंटर तैयार हो रहा है. जहां उत्तर प्रदेश के साथ मध्य प्रदेश व बिहार के भी लोग रेलवे सुरक्षा क्लेम हासिल कर सकेंगे. यहां पर बाकायदा बेंचपीठ भी बैठेगी. इसके लिए वाराणसी रेलवे ने तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं. पीठ में दो सदस्य, एडिशनल रजिस्टर, प्रजेंटिंग अफसर, असिस्टेंट रजिस्ट्रार शामिल किए जाएंगे. पीएम 17 दिसंबर को शुरू हो रहे काशी तमिल संगमम के दूसरे संस्करण का शुभारंभ भी करेंगे.
वाराणसी से सांसद बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहर के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की है. मंदिरों, घाटों, पर्यटन स्थलों से लेकर शहर की ट्रैफिक व्यवस्था के लिए मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण भी पीएम मोदी के कार्यकाल में हुआ है. वहीं अगर रेलवे की बात करें तो लगभग 30 साल बाद वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन का रीमॉडलिंग का काम किया गया. इसके साथ ही यहां पर प्लेटफॉर्म्स की संख्या बढ़ाने के साथ एक्सेलरेटर और लिफ्ट लगाए गए हैं. अब जब पीएम मोदी 17 दिसंबर को वाराणसी आ रहे हैं. वह नई ट्रेनों के साथ ही रेलवे क्लेम ट्रिब्यूनल आरटीसी की की सौगात देने जा रहे हैं.
इन स्थानों को मिलेगा ट्रिब्यूनल से फायदा : बता दें कि कैंट रेलवे स्टेशन के पुराने आरक्षण केंद्र की जगह रेलवे क्लेम ट्रिब्यूनल आरटीसी को बनाया जा रहा है. यहां पर रेल हादसे में मिलने वाले मुआवजे से जुड़ी सुनवाई आसानी से ही सकेगी. यहां सभी तरह की रेलवे क्लेम की सुनवाई की जाएगी. इसमें अमेठी, आजमगढ़, भदोही, चंदौली, गाजीपुर, मऊ, जौनपुर, मिर्जापुर, रायबरेली, सोनभद्र, सुलतानपुर, वाराणसी समेत बिहार के भभुआ, सासाराम और मध्य प्रदेश के रीवा, सीधी व सिंगरौली जनपदों से जुड़े हुए मामले सुने जाएंगे. यहां पर बाकायदा पीठ में दो सदस्य, एडिशनल रजिस्टर, प्रजेंटिंग अफसर, अस्सिटेंट रजिस्टार की नियुक्ति होगी.
ट्रिब्यूनल से इस तरह का होता है क्लेम : उम्मीद जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लोकार्पण के बाद यहां बेंच की सुनवाई शुरू हो जाएगी. भारतीय रेल की वेबसाइट से मिली जानकारी के मुताबिक, रेल दावा न्यायाधिकरण (रेलवे क्लेम ट्रिब्यूनल) रेल प्रशासन के विरूद्ध हानि, नष्ट, क्षति, गिरावट और सामान का वितरण न होने पर और रेल दुर्घटना में किसी यात्री के घायल होने या नुकसान या मृत्यु होने से संबंधित किए गए दावों का निर्धारण करता है. रेल दावा अधिकरण अधिनियम, 1987 (1987 का अधिनियम संख्यांक 54) के तहत रेलवे द्वारा वहन के लिए सुपुर्द किए गए जीव-जंतुओं या माल की हानि, नुकसान, क्षय के लिए दावा किया जा सकता है.
वाराणसी से देंगे वंदे भारत ट्रेन की सौगात : रेलवे अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, वाराणसी से दिल्ली के लिए एक वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पहले से ही चल रही है. यह दोपहर 3 बजे वाराणसी से प्रयागराज, कानपुर होते हुए दिल्ली जाती है. यह सुबह 6 बजे दिल्ली से चलती है और 2 बजे बनारस पहुंचती है. एक घंटे वह प्लेटफॉर्म पर खड़ी रहती है. सफाई वगैरह होने के बाद यह तीन बजे दिल्ली निकल जाती है. यह ट्रेन रात को 11 बजे दिल्ली पहुंचती है. अब जो नई ट्रेन चलेगी वह सुबह 6 बजे बनारस कैंट स्टेशन से चलेगी. यह ट्रेन दोपहर 2 बजे दिल्ली पहुंचेगी. फिर वहां से 3 बजे बनारस से लिए चलेगी जो रात के 11 बजे बनारस कैंट स्टेशन पर आकर खड़ी रहेगी.
दो दिन में पीएम मोदी देंगे कई ट्रेनों की सौगात : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 दिसंबर को वाराणसी के दौरे पर आ रहे हैं. वह 18 दिसंबर तक वाराणसी में ही रहेंगे. इस दौरान वाराणसी में कई योजनाओं-परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. वह काशी तमिल संगमम का शुभारंभ भी करेंगे. इसके साथ ही वह नई ट्रेनों की भी सौगात देने जा रहे हैं. इसका ऐलान हो चुका है. इस बार प्रधानमंत्री तीन राज्यों राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में प्रचंड जीत हासिल करने के बाद पहली बार उत्तर प्रदेश में आ रहे हैं. यहां पर उनकी जनसभा भी होने वाली है. इसी क्रम में पीएम नई ट्रनों की सौगात लेकर भी आ रहे हैं. वाराणसी से सांसद पीएम मोदी एक वंदे भारत ट्रेन वाराणसी से दिल्ली, एक वंदे भारत ट्रेन दिल्ली से अयोध्या, एक मेमू ट्रेन और एक काशी-तमिल संगमम एक्सप्रेस का लोकार्पण करेंगे.
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