वाराणसी : श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के मौके पर 1 महीने तक चलने वाले आयोजनों के क्रम में 27 दिसंबर से शुरू हुए तीन दिवसीय काशी फिल्म महोत्सव का बुधवार को धूमधाम के साथ समापन हो गया. वाराणसी में दोपहर में आयोजित परिचर्चा के बाद शाम को संगीत की महफिल सजी और बॉलीवुड नाइट में इंडियन आइडल फेम रवि त्रिपाठी के साथ ही लोकल कलाकारों ने समां बांधा. इसके साथ ही 3 दिन के इस कार्यक्रम के साथ, फिल्म इंडस्ट्री की धमक के साथ उत्तर प्रदेश में अपार संभावनाएं भी निकल कर सामने आई हैं.
64वें फिल्म महोत्सव के क्रम में वाराणसी में मनाये जा रहे काशी फिल्म महोत्सव के तीसरे एवं अंतिम दिन बुधवार को फिल्म निर्माण के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में उत्तर प्रदेश और क्षेत्रीय सिनेमा की संभावनाएं विषयक पर परिचर्चा का आयोजन किया गया. इसमें सम्बोधित करते हुए बीएन श्रीवास्तव ने कहा- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश को विकास की एक नई दिशा मिली है. प्रदेश में फिल्म निर्माण के लिए बढ़ावा मिलने के साथ ही सब्सिडी के रुप मे प्रोत्साहन भी प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है. फिल्म मात्र मनोरंजन का ही साधन नहीं है, इससे एक नई दिशा भी मिलती है. अब भोजपुरी व स्थानीय भाषा के फिल्मों को उत्तर प्रदेश में बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि योगी आदित्यनाथ की उत्तर प्रदेश सरकार इसे सहयोग कर रही है.
अभिनेता सुशील कुमार सिंह ने कहा- अब फिल्म निर्माण के लिए हमें मुम्बई जाने की मजबूरी नहीं रहती, प्रदेश में ही फिल्म निर्माण की सुविधा मिल रही है. मिर्ज़ापुर व सोनभद्र की सुन्दरता का उल्लेख करते हुए कहा- यहां पर फ़िल्म शूटिंग की अपार सम्भावना है और यहां पर शूटिंग शुरू भी हो चुकी हैं. उन्होंने कहा कि यहां पर और भी स्टूडियो बनने से उत्तर प्रदेश में फिल्मों के शूटिंग में और भी सहायता एवं सुविधा मिलेगी.
अभिनेत्री कंचन अवस्थी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में फिल्मों के शूटिंग की अपार सम्भावनाएं हैं. उन्होंने उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में फिल्म बंधु के माध्यम से अनुदान धनराशि मिलने से फिल्म निर्माण को प्रदेश में बढ़ावा मिल रहा है.
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फिल्म निर्माता राजकुमार पाण्डेय ने कहा- घर वापसी का माध्यम बन रहा है सिनेमा. भोजपुरी फिल्म के लिए मल्टीप्लेक्स नहीं मिलता, बल्कि सिनेमा हाल का सिंगल स्क्रीन मिलता है. उन्होंने प्रदेश में भोजपुरी फिल्मों के लिए मल्टीप्लेक्स की उपलब्धता सुनिश्चित कराये जाने की मांग की. भोजपुरी फिल्मों में स्थानीय भाषाओं का मिश्रण होता हैं. उत्तर प्रदेश में भोजपुरी फिल्मों के निर्माण के लिए सार्थक समय आ गया है. प्रदेश सरकार के सब्सिडी योजना की सराहना करते हुए कहा कि निश्चित रूप से निर्माताओं को उत्तर प्रदेश सरकार सब्सिडी के रूप में संजीवनी दे रही है. प्रदेश के अपराधमुक्त होने की प्रंशसा करते हुए कहा कि वर्तमान समय में प्रदेश के किसी भी क्षेत्र में हम कभी भी निडर होकर शूटिंग कर सकते हैं. यह सार्थक परिणाम है.
काशी फिल्म महोत्सव के तीसरे एवं अंतिम दिन बुधवार को समापन समारोह सांस्क्रतिक कार्यक्रम के साथ संपन्न हुआ. सांस्कृतिक संध्या निशा व रवि त्रिपाठी के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आगाज से हुआ. दर्शक व श्रोता देर रात तक आनन्द उठाते रहे. इस मौके पर फिल्म बंधु के अध्यक्ष राजू श्रीवास्तव सहित फिल्म अभिनेता, अभिनेत्रियों के अलावा उप निदेशक फिल्म बंधु दिनेश सहगल आदि लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे.
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