ETV Bharat / state

करपात्री जी महाराज के प्राकट्य महोत्सव में अनूप जलोटा ने बहाई सुरों की गंगा

काशी में धर्म सम्राट करपात्री जी महाराज की 112वीं जयंती का आयोजन किया गया. इस मौके पर भजन सम्राट अनूप जलोटा कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे और अपने भजनों की प्रस्तुति कर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया.

भजन सम्राट अनूप जलोटा.
author img

By

Published : Aug 3, 2019, 7:57 AM IST

वाराणसी: शुक्रवार को देर रात धर्म सम्राट करपात्री जी महाराज की 112वीं जयंती के अवसर पर भजन सम्राट अनूप जलोटा ने अपने भजनों की प्रस्तुति से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. करपात्री जी की जयंती के अवसर पर दुर्गाकुंड स्थित धर्म संघ में आठ दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है.

अनूप जलोटा ने भजन गाकर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध किया.

भजन सम्राट अनूप जलोटा ने पेश की भजन प्रस्तुति

  • भजन सम्राट अनूप जलोटा जैसे ही मंच पर पहुंचे, श्रोताओं ने हर-हर महादेव उद्घोष के साथ स्वागत किया.
  • अनूप जलोटा ने भजन की शुरुआत अपने सुप्रसिद्ध भजन " ऐसी लागी लगन मीरा हो गई मगन" से की.
  • भजन सुनकर श्रोताओं ने तालियां बजाकर अनूप जलोटा का उत्साहवर्धन किया.
  • कार्यक्रम में अनूप जलोटा भी अपने संगत कलाकार के साथ ताल से ताल मिलाते नजर आए और एक से एक शानदार जुगलबंदी प्रस्तुत की.

अनूप जलोटा ने 'कौन कहता है भगवान सुनते नहीं' प्रस्तुत किया तो वहीं भक्त भी अनूप जलोटा के साथ इस भजन को दोहराते नजर आए. 'राम नाम की लूट है लूट सके तो लूट लो' सुनाकर खूब तालियां बटोरी. इसके अलावा उन्होंने 'क्रोध न छोड़ा, झूठ ना छोड़ा, सत्य का वचन क्यों छोड़ दिया' प्रस्तुत किया. 'जय गोविंद जय गोपाला जय जय' भजन प्रस्तुत कर सभी लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया. वहीं देर रात उन्होंने 'प्रभू जी चंदन हम पानी जैसे जलते हुए तन को मिल जाए तरुवर की छाया' आदि भजनों को प्रस्तुत कर धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज को अपने स्वरों से श्रद्धांजलि अर्पित की.

वाराणसी: शुक्रवार को देर रात धर्म सम्राट करपात्री जी महाराज की 112वीं जयंती के अवसर पर भजन सम्राट अनूप जलोटा ने अपने भजनों की प्रस्तुति से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. करपात्री जी की जयंती के अवसर पर दुर्गाकुंड स्थित धर्म संघ में आठ दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है.

अनूप जलोटा ने भजन गाकर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध किया.

भजन सम्राट अनूप जलोटा ने पेश की भजन प्रस्तुति

  • भजन सम्राट अनूप जलोटा जैसे ही मंच पर पहुंचे, श्रोताओं ने हर-हर महादेव उद्घोष के साथ स्वागत किया.
  • अनूप जलोटा ने भजन की शुरुआत अपने सुप्रसिद्ध भजन " ऐसी लागी लगन मीरा हो गई मगन" से की.
  • भजन सुनकर श्रोताओं ने तालियां बजाकर अनूप जलोटा का उत्साहवर्धन किया.
  • कार्यक्रम में अनूप जलोटा भी अपने संगत कलाकार के साथ ताल से ताल मिलाते नजर आए और एक से एक शानदार जुगलबंदी प्रस्तुत की.

अनूप जलोटा ने 'कौन कहता है भगवान सुनते नहीं' प्रस्तुत किया तो वहीं भक्त भी अनूप जलोटा के साथ इस भजन को दोहराते नजर आए. 'राम नाम की लूट है लूट सके तो लूट लो' सुनाकर खूब तालियां बटोरी. इसके अलावा उन्होंने 'क्रोध न छोड़ा, झूठ ना छोड़ा, सत्य का वचन क्यों छोड़ दिया' प्रस्तुत किया. 'जय गोविंद जय गोपाला जय जय' भजन प्रस्तुत कर सभी लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया. वहीं देर रात उन्होंने 'प्रभू जी चंदन हम पानी जैसे जलते हुए तन को मिल जाए तरुवर की छाया' आदि भजनों को प्रस्तुत कर धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज को अपने स्वरों से श्रद्धांजलि अर्पित की.

Intro:वाराणसी में शुक्रवार देर रात धर्म सम्राट करपात्री जी महाराज के 112 वी जयंती के अवसर पर भजन सम्राट अनूप जलोटा ने अपने भजन की प्रस्तुति से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. करपात्री जी के जयंती के अवसर पर दुर्गाकुंड स्थित धर्म संघ में आठ दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।


Body:भजन सम्राट अनूप जलोटा जैसे ही मंच पर पहुंचे काशी की जनता ने हर हर महादेव उद्घोष के साथ उनका स्वागत किया। मंच पर अपनी भजन की शुरुआत करते हुए अपने सुप्रसिद्ध भजन " ऐसी लागी लगन मीरा हो गई मगन" शुरुआत किया तो ही लोगों ने तालियां बजाकर अनूप जलोटा का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम में अनूप जलोटा भी अपने संगत कलाकार के साथ ताल से ताल मिलाते नजर आए और एक शानदार जुगलबंदी भी प्रस्तुत किया।


Conclusion:अनूप जलोटा ने "कौन कहता है भगवान सुनते नहीं" प्रस्तुत किया तू ही भक्तों ने भी अनूप जलोटा के साथ इस भजन को दोहराते नजर हैं।" राम नाम की लूट है लूट सके तो लूट लो" सुनाकर खूब तालियां बटोरी। इसके अलावा उन्होंने "क्रोध न छोड़ा, झूठ ना छोड़ा,सत्य का वचन क्यों छोड़ दिया" प्रस्तुत किया। जय गोविंद जय गोपाला जय जय भजन प्रस्तुत कर सभी लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। वहीं देर रात उन्होंने "प्रभू जी चंदन हम पानी जैसे जलते हुए तन को मिल जाए तरुवर की छाया" आदि भजनों को प्रस्तुत वर्धन सम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज को अपने स्वरों से श्रद्धांजलि अर्पित किया.

आशुतोष

9005099684
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.