वाराणसी : कोरोना जैसी महामारी को देखते हुए सरकार के निर्देश पर वाराणसी जिला प्रशासन ने विश्वनाथ मंदिर को छोड़कर काशी के सभी मंदिर और शिवालयों को बंद करने का आदेश दिया है. इसके साथ ही इस बार सावन माह में कांवड़ियों के दर्शन-पूजन पर भी प्रतिबंध लगाया गया है, लेकिन प्रतिबन्ध के बावजूद भी रविवार को वाराणसी में बाबा विश्वनाथ का दरबार कांवड़ियों के बोल बम के नारे से गूंज उठा.
बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करने के लिए जौनपुर के तीन कांवड़ियां दिलीप सिंह, राघवेंद्र सिंह और प्रदीप चौहान पदयात्रा करते हुए काशी पहुंचे. उन्होंने विश्वनाथ धाम पहुंचकर बाबा का जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना किया. बता दें कि सावन माह में काशी में कांवड़ियों बंधुओं का रेला लगा होता था. दूर दराज से डाक बम, कांवड़िया बन्धु जलाभिषेक के लिए आते थे. लेकिन कोरोना महामारी के चलते वाराणसी में कावड़ियों का आना काफी हद तक कम ही है.
12 जुलाई को विश्वनाथ मंदिर के कार्यपालक अधिकारी गौरांग राठी ने यह आदेश दिया था कि शनिवार और रविवार को मंदिर बंद रखा जाएगा. बंदी में भक्तों के दर्शन के बाबत मंदिर प्रशासन का कहना रहा कि दो दिन मंदिर बंद रखने की अनुमति दी गई थी. परंतु यदि बंदी में भी दूर-दराज से भक्त बाबा के दर्शन को आते हैं, तो उन्हें दर्शन करने की अनुमति दी जाएगी. इसी के तहत मंदिर में श्रद्धालुओं को जलाभिषेक की अनुमति दी गई है.