वाराणसी: अक्सर अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में रहने वाली और दक्षिणपंथी विचारधारा को लेकर अक्सर विवादों में रहने वाली काजल हिंदुस्तानी शनिवार को वाराणसी में थीं. वह वाराणसी में चल रहे संस्कृति संसद कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पहुंची थीं. इस दौरान काजल हिंदुस्तानी ने बॉलीवुड और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को जमकर आड़े हाथों लिया.
काजल हिंदुस्तानी का कहना था कि देश की युवा पीढ़ी को आज की फिल्में और खास तौर पर ओटीटी प्लेटफॉर्म पर बन रही वेब सीरीज पूरी तरह से बर्बाद करने का काम कर रही हैं. यहां तक कि काजल ने इस पूरे मामले को एक कुचक्र के रूप में बताते हुए अलग-अलग आयु वर्ग की लड़कियों और महिलाओं को बर्बाद करने की एक बड़ी साजिश बताया. उन्होंने इसके पीछे सबसे बड़ी मास्टरमाइंड सीरियल क्वीन एकता कपूर को बताया. काजल का कहना था कि छोटे परदे से लेकर बड़े पर्दे तक पर एकता कपूर जिस तरह से महिलाओं को दिखाती हैं और महिलाओं को भ्रमित करने का काम करती हैं, वह कहीं से उचित नहीं है. उन्होंने तो सरकार से यह तक मांग की है कि एकता कपूर को दिया गया पद्म श्री अवार्ड वापस ले लिया जाए. क्योंकि, वह इस अवार्ड की हकदार नहीं हैं.
वेब सीरीज सभ्यता को कर रहीं नष्ट: काजल हिंदुस्तानी का कहना था कि वाराणसी में चल रहा यह संस्कृति संसद बेहद महत्वपूर्ण है. आज हमारा विषय सेंसर बोर्ड किस तरह से हमारी संस्कृति और सभ्यता को नष्ट कर रहा है, किस तरह की फिल्में बन रही है, उसका बच्चों पर क्या प्रभाव पड़ रहा है. फिल्मों में ड्रग्स का सेवन, शराब का सेवन, अश्लीलता दिखाई जा रही है. गाली गलौज दी जा रही है. छोटे-छोटे 5-6 साल के बच्चे भी गलत चीज सीख रहे हैं. इसलिए इस पर प्रतिबंध होना चाहिए. आर्टिस्टिक फ्रीडम के नाम पर कुछ भी गलत चीज नहीं परोसी जानी चाहिए. यह भारत की पीढ़ी को बर्बाद करने की कुचेष्टा है. इसलिए मेरा मानना है यह चीज बैन होनी चाहिए.
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एकता कपूर समाज पर कलंक: काजल हिंदुस्तानी ने एकता कपूर पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि इन जैसी महिलाएं जो भारतीय परिवार व्यवस्थाओं को तोड़ रही हैं, जो समाज में महिलाओं का गलत चरित्र और चेहरा अपने गंदी फिल्मों और टीवी सीरियल के माध्यम से दिख रही हैं, जो देश की रक्षा कर रही आर्मी है, उसके लिए भी ट्रिपल एक्स जैसी वेब सीरीज बनाकर उसमें सैनिकों की पत्नी पर चरित्रहीन होने का टैग लगा रही हैं, जो बॉर्डर पर हमारे देश के लिए लड़ रहा है, उसकी पत्नी के लिए यह सोच बहुत ही गलत बात है.
एकता कपूर से पद्मश्री लिया जाए वापस: एकता कपूर अपने वेब सीरीज में बताती हैं कि बॉर्डर पर आने वाले सिपाही की पत्नी से कई पुरुषों के संबंध होते हैं. यह बहुत ही गंदी सोच है. हमारी भारतीय संस्कृति में यह नहीं होता है. हमारे जो सैनिक अपने जीवन का बलिदान देते हैं, उनकी पत्नियों का एक-एक पल बड़े ही डर-डर कर निकलता है कि कहीं उनके पति का बलिदान ना हो जाए. वह डर के माहौल में अपना जीवन व्यतीत करती हैं. लेकिन, उसका इतना गंदा चित्रण एकता कपूर जैसी महिलाएं दिखाती हैं. इसलिए, मेरा सरकार से निवेदन है कि ऐसी महिलाओं को पद्म पुरस्कार नहीं दिया जाना चाहिए. इनका पद्मश्री वापस लिया जाना चाहिए, क्योंकि समाज के नाम पर एकता कपूर बहुत बड़ा कलंक है. ऐसी महिलाएं कभी भी समाज की आइडियल नहीं हो सकतीं. ऐसी महिलाओं को आइसोलेट करना चाहिए.
काजल हिंदुस्तानी ने कहा कि सनातन धर्म को लेकर जो लोग टिप्पणी कर रहे हैं, उसके लिए सरकार और कानून अपना काम कर रहा है. लेकिन, किसी और धर्म विशेष के बारे में यह बोलने की हिम्मत क्यों नहीं जुटा पाते हैं. क्योंकि, इन्हें पता है कि अगर यह बोलेंगे तो इनका सिर धड़ से जुदा हो जाएगा. इनको चार्ली हैफ़्तों बना दिया जाएगा. यह हिंदुस्तान में खुलेआम नारे लगाते हैं, आज हिंदू समाज की धैर्य की परीक्षा ली जा रही है. इसलिए उनके ऊपर लगातार चोट पर चोट की जा रही है, जो सनातन धर्म को गलत दिखाया जा रहा है. वह नहीं होना चाहिए. इसलिए, इस पर सभी को मुखर होकर जन आंदोलन के रूप में अपनी बात रखनी चाहिए.
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