वाराणसी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद पूर्वांचल में माफिया गिरोह पर नकेल कसने की कवायद शुरू हो गई है. बीते कुछ दिनों से लगातार पूर्वांचल के बाहुबली और राजनैतिक रसूख रखने वाले मुख्तार अंसारी के गुर्गे गिरफ्तार किए जा रहे हैं. उन पर बड़ी कार्रवाई हो रही है. इस क्रम में बीते दिनों वाराणसी के मछली कारोबारी पर भी पुलिस ने शिकंजा कसा था. मछली का अवैध कारोबार करने वाले सलीम के कारोबार की जांच अब तेजी से आगे बढ़ रही है.
वाराणसी में सलीम जिस बंगला नंबर 51 में रहता था, उसकी जांच शुरू हो गई है. रक्षा संपदा के अधिकारी फोर्स के साथ सोमवार को यहां पहुंचे. सभी पहलुओं पर जांच शुरू की.
बंगले की 70 फीसद जांच पूरी
इस मामले में रक्षा संपदा प्रयागराज के अफसर बीते सप्ताह बनारस पहुंचे थे और बंगले की जांच शुरू की थी. इस दौरान जांच टीम को कई अवैध निर्माण मिले हैं. जांच के क्रम में पहले दिन 10 एकड़ में बने बंगले की 70 फीसद जांच पूरी हो गई थी, जबकि बाकी जांच अभी चल रही है.
अधिकारियों ने दी जानकारी
अधिकारियों का कहना है कि अब तक जांच में बंगले के अंदर मिले अवैध निर्माण को चिन्हित कर रिपोर्ट बनाई जा रही है. बंगले में तालाब भी होने की सूचना मिली है, जिसकी तलाश की जा रही है. बंगले के उत्तरी दिशा में पुराने मानचित्र से मिलान कर जांच हुई. इसमें एक बड़ा स्टोर बनाया गया है, जो खाली मिला. आशंका है कि इसी स्टोर में प्रतिबंधित मछलियों को रखा जा रहा था. इसी हिस्से में कार पार्किंग में पक्का निर्माण कर रैंप भी बनाया गया है.
कई लोग गिरफ्तार
जानकारी देते हुए अधिकारियों ने आगे बताया कि इसके अलावा एक दर्जन स्थाई व अस्थाई अवैध निर्माण भी चिन्हित किए गए. टीम का नेतृत्व रक्षा संपदा कार्यालय, प्रयागराज के एसडीओ आरके गुप्ता कर रहे हैं. पुलिस ने प्रतिबंधित मछली का कारोबार करने पर कारोबारी सलीम समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया है.
डीएम ने दिए कार्रवाई के आदेश
आरोप है कि सलीम बंगला नंबर 51 से मछली का कारोबार कर रहा था, जहां से बड़ी तादाद में प्रतिबंधित मछलियां भी बरामद करने की बात पुलिस ने बताई है. फिलहाल इस कार्रवाई के बाद जिलाधिकारी वाराणसी ने आदेश जारी करते हुए बनारस में प्रतिबंधित मछलियों की बिक्री पर पूर्णतया रोक लगाते हुए नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश भी जारी कर दिए हैं.