वाराणसी : किसानों की फल और सब्जियां अब जल्दी खराब नहीं होंगी. किसान अपने फल और सब्जियों का स्टॉक खेतों में ही सुरक्षित रख सकेंगे. फल और सब्जियों के रख-रखाव के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान ने किसानों के लिए महत्वपूर्ण फ्रिज विकसित किया है. ये फ्रिज काफी किफायती है और इसे चलाने का खर्च शून्य है.
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्था द्वारा विकसित किए गए इस सोलर फ्रिज की क्षमता 5 टन तक है. इस आधुनिक फ्रिज में 10 दिनों तक पेरिशेबल उत्पाद बिना खराब हुए रखे जा सकते हैं. इस नई तकनीकि से सबसे बड़ा फायदा किसानों को अपने उत्पादों का निर्यात करने में होगा. भारतीय कृषि अनुसंधान संस्था ने अमेरिका के मिशिमन विश्विद्यालय के तकनीकी सहयोग से कोल्ड स्टोरेज बनाया है.
इसे सोलर फ्रिज नाम दिया गया है. सौर ऊर्जा के चलने वाले इस फ्रिज को वाराणसी स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में रखा गया है. इस फ्रिज को किसानों को जल्द उपलब्ध कराने के लिए तैयारियां चल रहीं हैं. भारतीय कृषि अनुसंधान संस्था ने इस नई तकनीक के प्रचार-प्रसार के लिए एपीडा व यूथ रूरल एंटरप्रेन्योरशिप फाउंडेशन(Rural Entrepreneurship Foundation) से गठबंधन किया है.
फाउंडेशन के सीईओ सुनील सिंह ने बताया, कि ये फ्रिफ काफी किफायती है. इसकी ऑपरेटिंग कॉस्ट शून्य है. 2 से 5 टन की क्षमता का सन फ्रिज 5 से 6 लाख तक रुपये की कीमत का है. इसमें 10 से 12 दिनों तक सब्जियां ताजी बनी रहती हैं. इस सोलर कोल्ड स्टोरेज तकनीक में बैटरी और बजली की जरूरत नहीं पड़ती है.
कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के रीजनल अधिकारी एजीएम डॉ. सी.बी. सिंह ने बताया कि किसानों की सबसे बड़ी समस्या अपने उत्पादों को सुरक्षित रखने की होती है. सब्जियों को जल्दी खराब होने के डर से ज्यादातार किसान अपने उत्पादों को सस्ते में बेंच देते हैं. सोलर फ्रिज के होने से किसान अपने उत्पादों को होल्ड करके उन्हें उचित दाम में बेंच पाएंगे. सोलर इनर्जी के ऑपरेट होने वाला कोल्ड स्टोरेज किसानों की आय बढ़ाने में सहायक है.
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