वाराणसी: IIT-BHU में छात्रा के साथ हुई दरिंदगी के सात दिन बीत चुके हैं. मगर पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं. पुलिस आरोपियों का कोई भी सुराग नहीं लगा सकी है. इससे IIT-BHU और BHU के स्टूडेंट्स में काफी आक्रोश है. छात्र लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. ऐसे में इस घटना के विरोध में राजनीतिक दल भी उतर आए हैं. वाराणसी में पूर्व सांसद राजेश मिश्र ने इस घटना का विरोध करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है.
उन्होंने कहा कि पीड़िता के साथ जो घटना हुई है, उससे पूरा विश्वविद्यालय शर्मशार हुआ है. इस घटना में अविलंब कार्रवाई होनी चाहिए. इसके साथ ही छात्रों पर दर्ज मुकदमे वापस होने चाहिए. IIT-BHU और BHU के स्टूडेंट्स में काफी आक्रोश है. छात्र लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. करीब 5000 की संख्या में कैंपस में इकट्ठा हुए छात्रों ने जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन से इस मामले में न्याय देने की मांग की है.
बीते दिन छात्र IIT के डायरेक्टर ऑफिस के सामने जाकर धरने पर बैठ गए थे. छात्र इस मामले को सीबीआई को सौंपने की मांग कर रहे हैं. वहीं तमाम राजनीतिक दल इस घटना के विरोध में हैं. सरकार पर सवाल भी उठा रहे हैं. इसी क्रम में कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद राजेश मिश्र ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस घटना का राजनीतिकरण न करें. इस मामले में तत्काल गिरफ्तारी की जाए.
घटना से विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र हुए शर्मशारः कांग्रेस के पूर्व सांसद डॉ. राजेश मिश्र ने इस घटना पर विरोध जताया है. उन्होंने कहा कि, मेरे साथ विश्विविद्यालय के पूर्व छात्र हैं. हम सभी इस घटना से कहीं न कहीं प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित हो रहे हैं. हमें दर्द इस बात का है कि हम सभी वहां के विद्यार्थी रहे हैं. हम छात्र संघ के पदाधिकारी रहे हैं. यह एशिया की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी है. इसकी कुछ अपनी मर्यादा है. इसका एक अपना स्तर है. घटना से विश्वविद्यालय शर्मशार हुआ है. यहां के पूर्व छात्र भी शर्मशार हुए हैं. बिना देर किए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. उन्हें सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए.
छात्रों पर दर्ज मुकदमे लिए जाएं वापसः उन्होंने कहा कि उस लड़की ने सामूहिक दुष्कर्म का बयान दिया है. इस मामले में तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए. जो निर्दोष लड़के हैं, जो इस घटना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे, उनके ऊपर फर्जी मुकदमे दर्ज किए गए हैं. वे लोग न्याय के लिए सड़क पर हैं. क्या वे मांग न करें? क्या वे न कहें कि लड़की से साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है. जो छात्र इस तरह की मांग कर रहे हैं, उनके ऊपर जो फर्जी मुकदमे लगाए गए हैं उनको तत्काल वापस लिया जाए. विश्वविद्यालय का विद्यार्थी पढ़ने के लिए आया है. वह किसी दल का कार्यकर्ता या किसी दल का नेता नहीं है.
17 नामजद और एक अज्ञात पर मुकदमा दर्जः दरअसल, महिला सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में दिख रही छात्राएं आइसा और भगत सिंह छात्र मोर्चा की बताई जा रही हैं. आरोप है कि प्रदर्शन के दौरान इन सुरक्षाकर्मियों ने इन्हें रोकने का प्रयास किया था, जिसके बाद इन छात्राओं ने महिला सुरक्षाकर्मियों के साथ जमकर मारपीट की है. जानकारी के मुताबिक, इस मामले में लंका थाने में आइसा और भगतसिंह छात्र मोर्चा के 17 नामजद और एक अज्ञात छात्रों के ऊपर मुकदमा दर्ज किया गया है. मारपीट में दो छात्राएं भी घायल हुई हैं. लंका थाना में आरोपियों पर SC/ST के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है.
एक छात्रा का टूटा हाथ, दूसरी के पैरः ABVP के छात्रों ने बताया था कि आइसा और भगतसिंह छात्र मोर्चा के सदस्यों ने संगठन की सदस्य और विश्वविद्यालय की दो छात्राओं पर हमला कर दिया. इसमें छात्रा मेघा का हाथ टूट गया और अदिति का पैर टूट गया. उसके संबंध में हमने थाने में एफआईआर कराई थी. थाने में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इस मामले में पुलिस जो भी होता है वो संवैधानिक और विधिक कार्रवाई करेगी. इस मामले में आकांक्षा शर्मा (आजाद), चंदा यादव, रोशन पांडेय, इप्शिता, राजेश कुमार, राणा रोहित, सुमन आनंद, अक्षय, आदर्श कुमार, ऋद्धि तिवारी, मानव उमेश, अमन सिंह, अमित, अनुपम कुमार, विश्वजीत, अनुरति के साथ एक अज्ञात पर मुकदमा दर्ज हुआ है.