वाराणसी: 29 मार्च को पूरे देश में होली मनाई जाएगी. देश की सांस्कृतिक राजधानी कही जाने वाली काशी में होली मनाने का अंदाज अनोखा होता है. इसी अंदाज को करीब से महसूस करने के लिए हर वर्ष होली के मौके पर हजारों विदेशी सैलानी काशी का रुख करते हैं. लेकिन इस बार काशी में पहली बार ऐसा होगा जब रंगों का यह पर्व बिना विदेशी सैलानियों के पूरा होगा. विदेशी सैलानियों का होली के मौके पर काशी में होना पर्यटन उद्योग के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है.
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बीते साल कोविड की वजह से जनवरी में ही कई देशों से उड़ानों के बंद होने की वजह से पर्यटक कम पहुंचे थे. माना जा रहा था कि इस बार उसकी भरपाई होगी, लेकिन अब तक इंटरनेशनल वीजा न दिए जाने और इंटरनेशनल फ्लाइट के शुरू न होने की वजह से इस बार भी होली के मौके पर विदेशी सैलानियों का काशी में आना नहीं हो पाएगा. इसे लेकर पर्यटन कारोबार से जुड़े लोग मायूस हैं.
पर्यटन उद्योग से जुड़े हर सेक्टर पर पड़ेगा असर
वाराणसी टूरिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष राहुल मेहता का कहना है कि यह इतिहास में पहला मौका होगा जब काशी में होली बिना विदेशी पर्यटकों के खेली जाएगी. विदेशी पर्यटकों के ना आने की वजह से पर्यटन उद्योग से जुड़ा हर सेक्टर प्रभावित होगा. एक तरफ जहां होटल खाली पड़े हैं, वहीं टूर ऑपरेटर्स के पास भी बिल्कुल काम नहीं है. ऐसे में होली का त्यौहार इस बार काफी फीका रहने वाला है.
खड़ी हैं टूर ऑपरेटर्स की गाड़ियां
टूर ऑपरेटर संतोष सिंह ने बताया कि टूर ऑपरेटर्स भी अब तक कोई बुकिंग न मिलने की वजह से परेशान हैं. होली के मौके पर विदेशी सैलानी हर साल 15 दिन पहले से ही आना शुरु कर देते थे और महीने भर पहले से ही गाड़ियों और होटलों की बुकिंग हो जाती थी. लेकिन इस बार जब इंटरनेशनल फ्लाइट संचालित नहीं हो रही है तो विदेशी सैलानियों के न आने से हालात और बिगड़ रहे हैं. पहले से ही बुरी स्थिति से गुजर रहे पर्यटन उद्योग को होली के त्यौहार से उम्मीद थी. लेकिन विदेशी सैलानियों का काशी न आना एक बार फिर पर्यटन उद्योग को और भी ज्यादा प्रभावित करेगा.
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डिस्काउंट के बाद भी नहीं हुई बुकिंग
अमाया ग्रुप होटल्स के जनरल मैनेजर राजीव राय ने बताया कि होटल कारोबारी बेहद निराश हैं. उनका साफ तौर पर कहना है कि होली के मौके पर जो कमरे 6000 से 7000 रुपये के रेट पर बुक किए जाते थे, वह सारे कमरे खाली हैं. 2000 से लेकर 2200 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से टैरिफ दिए जाने के बाद भी कमरे बुक नहीं हो रहे हैं. कोई भी विदेशी सैलानी अब तक कोई क्वेरी नहीं कर रहा है. इसकी वजह से यह साफ है कि होली का पर्व इस बार बिना विदेशियों के पूरा होगा. होटल भी अपने स्तर पर विदेशी पर्यटकों के लिए विशेष आयोजन करते थे. होटल के अंदर ही पूल साइड पार्टी रंगों के साथ उनका वेलकम किया जाता था. लेकिन इस बार सारे आयोजन रद्द किए गए हैं.
जब तक इंटरनेशनल फ्लाइट्स शुरू नहीं होती तब तक विदेशियों का आना संभव नहीं है. निश्चित तौर पर होली का त्यौहार विदेशियों के लिए काफी महत्व रखता है,खासतौर पर काशी और मथुरा. लेकिन, इन दोनों जगहों पर विदेशी इस बार नहीं आएंगे.
-अविनाश चंद्र मिश्रा, ज्वाइंट डायरेक्टर, यूपी टूरिज्म