वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय में 1 सितंबर से लेकर 14 सितंबर तक हिंदी पखवाड़े का आयोजन किया गया. इसमें विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया. शनिवार 14 सितंबर को हिंदी दिवस के अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तृतीय विजेता को पुरस्कृत किया गया और हिंदी के उत्थान के लिए परिचर्चा की गई.
ज्यादा से ज्यादा हिंदी भाषा का करें प्रयोग-
- बीएचयू के सेंट्रल ऑफिस में हिंदी पखवाड़े में सम्मिलित लोगों को सम्मानित किया गया.
- संगोष्ठी में विद्वानों, प्रोफेसर, कर्मचारी और छात्रों से ज्यादा से ज्यादा हिंदी भाषा का प्रयोग करने का आग्रह किया गया.
- पंडित मदन मोहन मालवीय ने हिंदी और हिंदुस्तान के उत्थान के लिए काशी हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना की थी.
- कार्यक्रम में कुल 32 व्यक्तियों और 7 विभागों को राजभाषा पुरस्कार दिया गया.
- इस अवसर पर काशी हिंदू विश्वविद्यालय के इतिहास ग्रंथ प्रथम खंड का भी विमोचन किया गया.
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काशी हिंदू विश्वविद्यालय में प्रोग्राम आयोजित कर लोगों को मोटिवेट किया गया. हिंदी भाषा पूरे विश्व में अ (अज्ञानता) से शुरू होकर ज्ञ (ज्ञानता) तक पहुंचाती है. हमारे देश की अनेकता को एकता में पिरोती है. यह हमारे लिए बहुत गर्व की बात है. हमें इसकी महत्वता को समझना चाहिए. संकल्प लें राजभाषा में ही अपना काम करेंगे और ज्यादा से ज्यादा राजभाषा में बात करेंगे और राजभाषा को आगे बढ़ाएंगे.
-बीके शुक्ला, कुल गुरु, बीएचयू