वाराणसीः अब सरकारी निर्माण कार्य की सामग्री लेकर आने वाले वाहनों के अलावा रात्रि में शहर में अन्य भारी वाहन प्रवेश नहीं कर पाएंगे. शहर में भारी वाहनों के चलते रोजाना रात में लगने वाले जाम के मद्देनजर यह निर्देश दिया गया है. एसएसपी अमित पाठक ने निर्देश देते हुए कहा कि रात में सुगम यातायात सुनिश्चित करने के लिए ट्रैफिक पुलिस के दो इंस्पेक्टर और तीन फैंटम दस्ते की ड्यूटी भी लगाई गई है.
इसके अलावा प्रभारी निरीक्षक रोहनिया एवं क्षेत्राधिकारी सदर को भी निर्देशित कर दिया गया है कि वह भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार के विकास कार्यों से सम्बन्धित विभाग जैसे पीडब्लूडी, सेतु निगम, नगर निगम, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, श्री काशी-विश्वनाथ मंदिर, बीएचयू आदि से सम्बन्धित भारी वाहनों जैसे ट्रक, डम्फर आदि से निर्माण सामाग्री लेकर आने वाले वाहनों को ही शहर में होकर आवागमन लागू करें. राजकीय विकास कार्य के अतिरिक्त किसी भी भारी वाहन को शहर में प्रवेश बिल्कुल न दें. यदि राजकीय विकास कार्य के अतिरिक्त कोई भी भारी वाहन नगर क्षेत्र में प्रवेश करने का प्रयास करता है अथवा संचरण करता पाया जाता है, तो उसके विरूद्ध नियमानुसार विधिक कार्रवाई सुनिश्चित नहीं की जायेगी.
रात्रि में शहर क्षेत्र में लग रहा जाम
पुलिस अधीक्षक यातायात श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि चन्दौली में मोड़कुता क्रॉसिंग के आगे नहर पुलिया क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण चन्दौली होकर गाजीपुर सहित अन्य जनपदों को जाने वाले भारी वाहनों का आवागमन एनएच-02 से टेंगरा मोड़, डाफी टोल प्लाजा से हो रहा है. वहीं जो रात्रि के समय वाराणसी नगर क्षेत्र से होकर सम्बन्धित जनपदों को जाने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे एनएच-02 सहित महानगर क्षेत्र में रात्रि के समय यातायात के काफी दबाव की स्थिति उत्पन्न हो जा रही है.
पुलिस अधीक्षक यातायात ने की अपील
वहीं पुलिस अधीक्षक यातायात श्रवण कुमार सिंह ने समस्त भारी वाहनों के स्वामियों/आपरेटरों से अपील कि है कि वह महानगर वाराणसी की सड़कों की स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए प्राइवेट बालू-गिट्टी आदि सामाग्री लेकर संचरण कर रहे हैं, तो वह नगर क्षेत्र वाराणसी से होकर बिल्कुल न जायें, बल्कि वह निर्धारित मार्ग कछवां, कपसेठी, भदोही, जमालापुर होकर ही अपने गन्तव्य को जायें ताकि वह विधिक कार्रवाई से बच सकें.
चौकाघाट काली मंदिर के पास नहीं लगेंगे जाम
डीआईजी/एसएसपी अमित पाठक के निर्देश पर चैकाघाट पानी टंकी से काली माता मंदिर तक गाजीपुर की लगने वाली प्राइवेट बसों को यातायात पुलिस द्वारा हटवाते हुए पुनः बसें न लग सकें, जिसके लिए बैरियर लगवाया गया. क्योंकि चैकाघाट पानी टंकी से काली माता मंदिर तक गाजीपुर को जाने के लिए लगने वाली प्राइवेट बसों के कारण जाम लगता था.