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काशी में 'सावन' जैसा मौसम, लगातार बारिश से 52 सालों का रिकार्ड टूटा

वाराणसी में भी तौकते तूफान का जबरदस्त असर देखने में मिला. लगातार दो दिनों से वाराणसी में हो रही जबरदस्त बारिश ने पिछले 52 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. बता दें कि 1969 में अधिकतम 55.2 मिलीमीटर तक बारिश हुई थी, लेकिन बुधवार की रात हुई बारिश ने इस रिकॉर्ड को ध्वस्त करते हुए 63 मिलीमीटर बारिश हुई.

काशी में भारी बारिश
काशी में भारी बारिश
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Published : May 20, 2021, 5:55 PM IST

वाराणसी: जबरदस्त तूफान के कहर से महाराष्ट्र, गुजरात प्रभावित हुआ और इस तूफान का असर उत्तर प्रदेश में भी देखने को मिला. लगातार दो दिनों से अलग-अलग जिलों में बारिश का कहर जारी है. इस क्रम में वाराणसी में भी तौकते तूफान का जबरदस्त असर देखने में मिला. लगातार दो दिनों से वाराणसी में हो रही जबरदस्त बारिश ने पिछले 52 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. मई के महीने में अब तक सबसे ज्यादा बारिश होने का रिकॉर्ड कायम किया है. आंकड़ों पर यदि गौर करें तो साल 1969 में अधिकतम 55.2 मिलीमीटर तक बारिश हुई थी, लेकिन बुधवार की रात हुई बारिश ने इस रिकॉर्ड को ध्वस्त करते हुए 63 मिलीमीटर बारिश हुई है.

10 डिग्री तक लुढ़का पारा
मौसम विभाग के अनुसार अभी इस तूफान का असर शुक्रवार तक देखने को मिल सकता है, आज गुरुवार को भी सुबह से मौसम जबरदस्त बदलाव के साथ आगे बढ़ा है. जिसकी वजह से वाराणसी में लगभग 10 डिग्री तापमान की गिरावट भी दर्ज की गई है. गुरुवार को कभी तेज तो कभी धीमे बारिश का सिलसिला जारी रहा है. शुक्रवार को भी दोपहर तक बारिश की उम्मीद है, उसके बाद मौसम के खुलने की उम्मीद जताई जा रही है. लेकिन 2 से 3 दिन बाद फिर से मौसम करवट ले सकता है ऐसा अनुमान मौसम विभाग लगा रहा है. जिले में अधिकतम तापमान जहां 30.6 डिग्री व न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है, जो बीते दिनों की तुलना में लगभग 10 डिग्री गिरावट के साथ दर्ज हुआ है.

इसे भी पढ़ें-PMO की निगरानी में वाराणसी में चल रहा बिग स्क्रीन का कोविड कमांड सेंटर

कई जगह जलजमाव की समस्या
वहीं लगातार दो दिनों से हो रही बरसात में कई जगहों पर मकान ध्वस्त हुए हैं. वहीं लोगों की मुसीबतें बारिश ने बढ़ा दी हैं. शहर के कई क्षेत्रों में वाटर लॉगिंग की शिकायत के बाद नगर निगम की टीम इधर-उधर दौड़ती भागती नजर आई है. वाराणसी के चौकाघाट, आशापुर, पांडेयपुर, अंधरापुल, महमूरगंज, चांदपुर, समेत कई इलाकों में जलजमाव की दिक्कतें देखने को मिली है.

वाराणसी: जबरदस्त तूफान के कहर से महाराष्ट्र, गुजरात प्रभावित हुआ और इस तूफान का असर उत्तर प्रदेश में भी देखने को मिला. लगातार दो दिनों से अलग-अलग जिलों में बारिश का कहर जारी है. इस क्रम में वाराणसी में भी तौकते तूफान का जबरदस्त असर देखने में मिला. लगातार दो दिनों से वाराणसी में हो रही जबरदस्त बारिश ने पिछले 52 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. मई के महीने में अब तक सबसे ज्यादा बारिश होने का रिकॉर्ड कायम किया है. आंकड़ों पर यदि गौर करें तो साल 1969 में अधिकतम 55.2 मिलीमीटर तक बारिश हुई थी, लेकिन बुधवार की रात हुई बारिश ने इस रिकॉर्ड को ध्वस्त करते हुए 63 मिलीमीटर बारिश हुई है.

10 डिग्री तक लुढ़का पारा
मौसम विभाग के अनुसार अभी इस तूफान का असर शुक्रवार तक देखने को मिल सकता है, आज गुरुवार को भी सुबह से मौसम जबरदस्त बदलाव के साथ आगे बढ़ा है. जिसकी वजह से वाराणसी में लगभग 10 डिग्री तापमान की गिरावट भी दर्ज की गई है. गुरुवार को कभी तेज तो कभी धीमे बारिश का सिलसिला जारी रहा है. शुक्रवार को भी दोपहर तक बारिश की उम्मीद है, उसके बाद मौसम के खुलने की उम्मीद जताई जा रही है. लेकिन 2 से 3 दिन बाद फिर से मौसम करवट ले सकता है ऐसा अनुमान मौसम विभाग लगा रहा है. जिले में अधिकतम तापमान जहां 30.6 डिग्री व न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है, जो बीते दिनों की तुलना में लगभग 10 डिग्री गिरावट के साथ दर्ज हुआ है.

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कई जगह जलजमाव की समस्या
वहीं लगातार दो दिनों से हो रही बरसात में कई जगहों पर मकान ध्वस्त हुए हैं. वहीं लोगों की मुसीबतें बारिश ने बढ़ा दी हैं. शहर के कई क्षेत्रों में वाटर लॉगिंग की शिकायत के बाद नगर निगम की टीम इधर-उधर दौड़ती भागती नजर आई है. वाराणसी के चौकाघाट, आशापुर, पांडेयपुर, अंधरापुल, महमूरगंज, चांदपुर, समेत कई इलाकों में जलजमाव की दिक्कतें देखने को मिली है.

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