वाराणसी: देशवासियों को अपने घर पर राष्ट्रीय ध्वज लगाने के लिए प्रेरित करने और जनसामान्य में देशभक्ति की भावना जागृत करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा 12 से 17 अगस्त तक हर घर तिरंगा अभियान चलाया जाएगा. इसके लिए बकायदा अलग-अलग विभागों को जिम्मेदारी सौंपी गई है, ताकि गांव से लेकर शहर तक हर घर तक तिरंगा पहुंचाया जा सके. अगर बात वाराणसी की करें तो यहां 5 लाख घरों तक तिरंगा पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें अकेले नगर निगम को लगभग डेढ़ लाख घरों को टारगेट दिया गया है, जिसकी तैयारियां भी शुरू हो गई हैं.
लेकिन इन सबके बीच अगर आप यह सोच रहे हैं कि आपको तिरंगा ऐसे ही यानी फ्री में मिल जाएगा तो गलतफहमी है, क्योंकि अगर आपको घर के बाहर या घर के बालकनी में तिरंगा फहराना है तो पहले प्रशासन की तरफ से दिए जाने वाले तिरंगे के पैसे देने होंगे.
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डूडा की मदद से स्वयंसेवी संस्थाओं की महिलाओं को तिरंगा तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिस पर काम शुरू होने जा रहा है. इस दौरान नोडल अधिकारी और अपर नगर आयुक्त सुमित कुमार ने बताया कि हर घर तिरंगा को लेकर निर्धारित लक्ष्य पूरा करने के लिए नगर निगम जी जान से जुटा है. लोगों के घर-घर तक तिरंगा पहुंचाने के लिए अलग-अलग टीम बनाई जा रही है, लेकिन तिरंगा किसी को भी फ्री ऑफ कॉस्ट मुहैया नहीं कराया जाएगा.
नोडल अधिकारी ने बताया कि तिरंगा 2 साइज में बनाया जा रहा है. छोटा और बड़ा तिरंगा. छोटे की कॉस्ट लगभग 42 रुपये जबकि बड़ा तिरंगा लगभग 70 रुपये में लोगों को मुहैया कराया जाएगा. वहीं, घरों, कमर्शियल यानी होटल हॉस्पिटल लॉज गेस्ट हाउस दुकान या अन्य किसी भी प्रतिष्ठान पर तिरंगा लगाने के लिए अलग भुगतान करना पड़ेगा.
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