वाराणसी: धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में गुरुवार को हनुमान जन्मोत्सव हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया. जिले के विभिन्न छोटे-बड़े मंदिर हर-हर महादेव, जय श्रीराम और जय हनुमान के नारों से गूंज उठे. श्री हनुमान सेवा समिति द्वारा पिछले 19 वर्षों से आज के दिन ध्वजा यात्रा निकाली जाती है. इस बार ध्वजा यात्रा में 75 फीट की हनुमान ध्वजा संकट मोचन मंदिर को भेंट की गई. उसके साथ ही 70 मीटर लंबे रथ पर बजरंगबली विराजमान हैं. यात्रा में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए. सभी ने हाथ में लाल रंग की हनुमान ध्वजा लेकर जय श्रीराम के नारे लगाए.
दो किलोमीटर लंबी ध्वजा यात्रा निकाली गई. इसमें सभी ने एक स्वर में हनुमान चालीसा का पाठ किया और विभिन्न प्रकार की हनुमान जी की झांकी देखने को मिली. इन मुद्राओं में बजरंगबली आकर्षण का केंद्र रहे. तीन स्थानों पर 51 मन फूल से ध्वजा यात्रा का स्वागत किया गया. भिखारीपुर से यात्रा प्रारंभ होकर सुंदरपुर लंका होते हुए प्रसिद्ध संकट मोचन मंदिर पर पहुंची. इस दौरान वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस काफी मुस्तैद रही. जिन रास्तों से ध्वजा यात्रा को गुजारना था, वहां पहले से ही पुलिस और पीएसी के जवान मौजूद रहे.
श्री हनुमान सेवा समिति के संयोजक रामबली मौर्य ने बताया कि आज संकट मोचन हनुमान जी के जन्म उत्सव पर 51 मन के लड्डू प्रसाद स्वरूप चढ़ाए गए. उसके साथ ही 75 फीट बड़ी ध्वजा हनुमान जी को उपहार स्वरूप दी गई. इसके साथ ही उनके साथ 51 सौ लोगों ने एक-एक ध्वजा हनुमान जी को अर्पित की. उसके साथ ही 51 फूल भी चढ़ाए गए. ध्वजा यात्रा में महिलाएं, पुरुष और बच्चे शामिल हुए. सभी ने हनुमान चालीसा पढ़ी.
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