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ज्ञानवापी विवाद: 108 घंटे बाद स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने समाप्त किया अनशन, देशभर में करेंगे जन जागरण - ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी प्रकरण

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने आज 108 घंटे बाद अपना अनशन समाप्त कर दिया. उन्होंने जिला प्रशासन से तथाकथित शिवलिंग पर पूजा-अर्चना करने की मांग की थी. अनुमति न मिलने पर स्वामी जी अनशन पर बैठ गए थे.

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती
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Published : Jun 8, 2022, 11:22 AM IST

Updated : Jun 8, 2022, 1:25 PM IST

वाराणसी: शारदा पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के आदेश पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने मंगलवार को 108 घंटे पूरे होने पर सुबह अनशन समाप्त किया. इसके बाद उन्होंने अन्न-जल ग्रहण किया. उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पूरे देश में आदि विशेष वर्ग के लिए जन जागरण करेंगे.

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि द्वारिका शारदा शक्तिपीठ आदिश्वर जगतगुरु स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के आदेश से मैं आदि विशेश्वर के पूजन-पाठ के लिए कार्य कर रहा था. इसमें उन्होंने जी जान लगा दी. आज स्वामी जी का फिर से आदेश आया है कि मैं अनशन समाप्त कर आदि विशेश्वर मंदिर निर्माण के लिए देशभर में जन जागरण करूं. कुछ दिन आराम करूंगा फिर जगतगुरु शंकराचार्य के दर्शन के लिए जाऊंगा. इसके बाद जो रूपरेखा होगी, जिस तरह का आदेश मिलेगा उसी के अनुसार करूंगा.

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का बयान

यह भी पढ़ें: ज्ञानवापी विवाद : स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की याचिका पर कोर्ट ने सुरक्षित रखा फैसला

धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी प्रकरण में मामला एक तरफ न्यायालय में चल रहा है तो वहीं दूसरी तरफ संत समाज भी इसमें शामिल हो गया है. बता दें कि शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने जिला प्रशासन से तथाकथित शिवलिंग पर पूजा-अर्चना करने की मांग की थी. इसके बाद उन्हें आश्रम में ही रोक दिया गया था. इससे नाराज होकर स्वामी जी अनशन पर बैठ गए थे.

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वाराणसी: शारदा पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के आदेश पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने मंगलवार को 108 घंटे पूरे होने पर सुबह अनशन समाप्त किया. इसके बाद उन्होंने अन्न-जल ग्रहण किया. उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पूरे देश में आदि विशेष वर्ग के लिए जन जागरण करेंगे.

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि द्वारिका शारदा शक्तिपीठ आदिश्वर जगतगुरु स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के आदेश से मैं आदि विशेश्वर के पूजन-पाठ के लिए कार्य कर रहा था. इसमें उन्होंने जी जान लगा दी. आज स्वामी जी का फिर से आदेश आया है कि मैं अनशन समाप्त कर आदि विशेश्वर मंदिर निर्माण के लिए देशभर में जन जागरण करूं. कुछ दिन आराम करूंगा फिर जगतगुरु शंकराचार्य के दर्शन के लिए जाऊंगा. इसके बाद जो रूपरेखा होगी, जिस तरह का आदेश मिलेगा उसी के अनुसार करूंगा.

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का बयान

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धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी प्रकरण में मामला एक तरफ न्यायालय में चल रहा है तो वहीं दूसरी तरफ संत समाज भी इसमें शामिल हो गया है. बता दें कि शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने जिला प्रशासन से तथाकथित शिवलिंग पर पूजा-अर्चना करने की मांग की थी. इसके बाद उन्हें आश्रम में ही रोक दिया गया था. इससे नाराज होकर स्वामी जी अनशन पर बैठ गए थे.

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Last Updated : Jun 8, 2022, 1:25 PM IST
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