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आवारा कुत्तों को आसरा देने पर सरकार करेगी आपकी मदद, ये होगा लाभ

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Published : Apr 1, 2023, 5:10 PM IST

आवारा कुत्तों को आसरा देने वालों को सरकारी योजना का लाभ मिल सकेगा. चलिए जानते हैं इसके बारे में.

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मुख्य चिकित्सा अधिकारी (पशु) अजय प्रताप सिंह ने दी यह जानकारी.

वाराणसी: आवारा कुत्तों का आतंक बहुत ज्यादा बढ़ता जा रहा है. बीते कुछ दिनों से देश के अलग-अलग हिस्सों में आवारा और स्क्रीन लॉक मुसीबत का सबब बन चुके हैं. हाल ही में गाजियाबाद और नोएडा में स्ट्रीट डॉग्स की वजह से कई मासूम बच्चे इनका शिकार बने और कुछ की तो जान भी चली गई. इतना ही नहीं दक्षिण भारत समेत कुछ अन्य हिस्सों में आवारा कुत्तों की वजह से दिक्कतें और भी ज्यादा बढ़ गईं हैं. लोगों का घरों से निकलना मुश्किल होता जा रहा है. इन सबके बीच अब इन आवारा कुत्तों के आतंक को कम करने और इन्हें घरेलू माहौल देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने ऐसा प्लान तैयार किया है, जो इन स्ट्रीट डॉग्स के आतंक को कम करने के साथ ही इन्हें आवारा से अब घरेलू पालतू कुत्ता बनाने का काम करेगा. इसके लिए सरकार खुद इनीशिएटिव लेगी.

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (पशु) अजय प्रताप सिंह ने दी यह जानकारी.

दरअसल, आवारा कुत्तों की नसबंदी से लेकर इन्हें पकड़ने का काम सरकारी विभाग करते हैं. कई निजी संस्थाओं के साथ मिलकर कई तरह के अभियान के लिए चलाए जाते हैं, लेकिन इनके आतंक पर रोक नहीं लग पाती है, लेकिन अब उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर इन आवारा कुत्तों के आतंक को कम करने और इन्हें घरेलू माहौल देने के लिए एक प्लान तैयार किया गया है. यह प्लान नगर निगम और पशु चिकित्सा विभाग के साथ मिलकर बनाया गया है. इस बारे में वाराणसी के पशु चिकित्सा अधिकारी अजय प्रताप सिंह का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर स्ट्रीट डॉग्स को गोद लेने के लिए सरकार अपनी तरफ से पूरी मदद देने जा रही है, जो भी व्यक्ति पांच से ज्यादा स्ट्रीट डॉग्स को गोद लेता है या अपने घर में जगह देता है, इन्हें पालता है और इनका ध्यान रखता है उसका पूरा खर्च उत्तर प्रदेश सरकार वहन करेगी.


मुख्य चिकित्सा अधिकारी (पशु) अजय प्रताप सिंह का कहना है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पहली बार ऐसा प्रयास किया जा रहा है कि अगर कोई भी व्यक्ति इन आवारा कुत्तों की जिम्मेदारी लेता है तो इन आवारा जानवरों के चिकित्सा सुविधा से लेकर इनके वैक्सीनेशन और इनके मेडिकल पर होने वाले सभी तरह के खर्च और महीने में खानपान की व्यवस्था के लिए एक निर्धारित धनराशि सरकार की तरफ से उपलब्ध करवाई जाएगी.

इसके लिए संबंधित विभाग में व्यक्ति को सूचना देकर अपना रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद इन आवारा कुत्तों के रजिस्ट्रेशन प्रोसेस को पूरा किया जाएगा और इनके वैक्सीनेशन का काम कंप्लीट करने के बाद इन्हें मेडिकल टीम के द्वारा जांच कर इनके आगे होने वाले खर्च और अन्य तरह की चीजों को मेंटेन करने के लिए एक निश्चित धनराशि उपलब्ध करवाई जाएगी. यह प्लान तैयार हो चुका है और इस पर सरकार की मंजूरी भी मिल गई है.

इतना ही नहीं आने वाले दिनों में और कई तरह की सुविधाएं भी सरकार इन आवारा कुत्तों को पालने वालों तक उपलब्ध करवाने की प्लानिंग कर रही है इसलिए अब यदि कोई भी व्यक्ति इन्हें आसरा देता है तो उसे पूरा सहयोग सरकार की तरफ से मिलेगा और इनका आतंक कम होने के साथ ही शहर के अलग-अलग गली मोहल्ले में लोगों के द्वारा या डॉग लवर्स के द्वारा इन्हें सही जगह भी उपलब्ध कराई जा सकेगी.


ये भी पढ़ेंः आगरा में केमिकल फैक्ट्री में लगी भीषण आग, कई लोगों के फंसे होने की आशंका

वाराणसी: आवारा कुत्तों का आतंक बहुत ज्यादा बढ़ता जा रहा है. बीते कुछ दिनों से देश के अलग-अलग हिस्सों में आवारा और स्क्रीन लॉक मुसीबत का सबब बन चुके हैं. हाल ही में गाजियाबाद और नोएडा में स्ट्रीट डॉग्स की वजह से कई मासूम बच्चे इनका शिकार बने और कुछ की तो जान भी चली गई. इतना ही नहीं दक्षिण भारत समेत कुछ अन्य हिस्सों में आवारा कुत्तों की वजह से दिक्कतें और भी ज्यादा बढ़ गईं हैं. लोगों का घरों से निकलना मुश्किल होता जा रहा है. इन सबके बीच अब इन आवारा कुत्तों के आतंक को कम करने और इन्हें घरेलू माहौल देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने ऐसा प्लान तैयार किया है, जो इन स्ट्रीट डॉग्स के आतंक को कम करने के साथ ही इन्हें आवारा से अब घरेलू पालतू कुत्ता बनाने का काम करेगा. इसके लिए सरकार खुद इनीशिएटिव लेगी.

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (पशु) अजय प्रताप सिंह ने दी यह जानकारी.

दरअसल, आवारा कुत्तों की नसबंदी से लेकर इन्हें पकड़ने का काम सरकारी विभाग करते हैं. कई निजी संस्थाओं के साथ मिलकर कई तरह के अभियान के लिए चलाए जाते हैं, लेकिन इनके आतंक पर रोक नहीं लग पाती है, लेकिन अब उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर इन आवारा कुत्तों के आतंक को कम करने और इन्हें घरेलू माहौल देने के लिए एक प्लान तैयार किया गया है. यह प्लान नगर निगम और पशु चिकित्सा विभाग के साथ मिलकर बनाया गया है. इस बारे में वाराणसी के पशु चिकित्सा अधिकारी अजय प्रताप सिंह का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर स्ट्रीट डॉग्स को गोद लेने के लिए सरकार अपनी तरफ से पूरी मदद देने जा रही है, जो भी व्यक्ति पांच से ज्यादा स्ट्रीट डॉग्स को गोद लेता है या अपने घर में जगह देता है, इन्हें पालता है और इनका ध्यान रखता है उसका पूरा खर्च उत्तर प्रदेश सरकार वहन करेगी.


मुख्य चिकित्सा अधिकारी (पशु) अजय प्रताप सिंह का कहना है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पहली बार ऐसा प्रयास किया जा रहा है कि अगर कोई भी व्यक्ति इन आवारा कुत्तों की जिम्मेदारी लेता है तो इन आवारा जानवरों के चिकित्सा सुविधा से लेकर इनके वैक्सीनेशन और इनके मेडिकल पर होने वाले सभी तरह के खर्च और महीने में खानपान की व्यवस्था के लिए एक निर्धारित धनराशि सरकार की तरफ से उपलब्ध करवाई जाएगी.

इसके लिए संबंधित विभाग में व्यक्ति को सूचना देकर अपना रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद इन आवारा कुत्तों के रजिस्ट्रेशन प्रोसेस को पूरा किया जाएगा और इनके वैक्सीनेशन का काम कंप्लीट करने के बाद इन्हें मेडिकल टीम के द्वारा जांच कर इनके आगे होने वाले खर्च और अन्य तरह की चीजों को मेंटेन करने के लिए एक निश्चित धनराशि उपलब्ध करवाई जाएगी. यह प्लान तैयार हो चुका है और इस पर सरकार की मंजूरी भी मिल गई है.

इतना ही नहीं आने वाले दिनों में और कई तरह की सुविधाएं भी सरकार इन आवारा कुत्तों को पालने वालों तक उपलब्ध करवाने की प्लानिंग कर रही है इसलिए अब यदि कोई भी व्यक्ति इन्हें आसरा देता है तो उसे पूरा सहयोग सरकार की तरफ से मिलेगा और इनका आतंक कम होने के साथ ही शहर के अलग-अलग गली मोहल्ले में लोगों के द्वारा या डॉग लवर्स के द्वारा इन्हें सही जगह भी उपलब्ध कराई जा सकेगी.


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