वाराणसी: वाराणसी में बीते दिन ट्रेनों का संचालन बेपटरी (Goods train derail in Varanasi) रहा. बुधवार को जहां कैंट स्टेशन के आउटर पर मालगाड़ी के डीरेल होने के बाद ट्रेनों का संचालन ठप हो गया. तो वही पटना-मगुलसराय रूट पर वाराणसी आने वाली लगभग 12 यात्री ट्रेनें देर रात तक लेट चली हैं. इससे स्टेशन पर गाड़ी का इंतजार करने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा. ट्रेनों के लेट होने से स्टेशन परिसर में भयंकर भीड़ दिखाई दी. रात करीब 12 से 1 बजे तक यात्रियों का जमावड़ा था. लोग ट्रेनों की स्थिति जानने के लिए परेशान थे. वहीं शाम 6 बजे तक मालगाड़ी को पटरी पर लाकर ट्रैक को ठीक कर लिया गया था.
वाराणसी में मालगाड़ी डीरेल होने के कारण यात्रियों को परेशानी हुई बीच रास्ते में माल गाड़ी डीरेल हो गई: वाराणसी स्टेशन से पहले हुए हादसे को लेकर उत्तर रेलवे के एडीआरएम लालजी चौधरी ने बताया कि BBH33721 नंबर की मालगाड़ी बुधवार को काशी से 11 बजकर 38 मिनट पर चली थी. वाराणसी यार्ड में आकर इसको आगे जाना था. मगर बीच रास्ते में ये गाड़ी डीरेल हो गई. इसके तीन वैगन ट्रैक से उतर गए. हमने इसे ठीक करने का प्रोसेस शुरू कर दिया. दो टूलकिट मंगा ली गई और गाड़ी को ठीक करने का काम शुरू कर दिया गया. काशी की तरफ से अप ट्रेनें इसकी वजह से प्रभावित हुई हैं. वाराणसी के लिए 5 डायरेक्शन हैं. इसमें से एक डायरेक्शन (Trains routes changed) प्रभावित हुआ. इंजीनियरों और रेल अधिकारियों की कोशिशों के बाद ट्रेनों का परिचालन शाम 6 बजे बहाल हुआ.
देरी से पहुंचीं ट्रेने, कुछ का बदला गया रूट: रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक, राजगीर-नई दिल्ली श्रमजीवी, हावड़ा-जम्मूतवी हिमगिरि व रक्सौल-आनंद विहार सद्भावना एक्सप्रेस को जंघई-मां बेल्हा देवी धाम प्रतापगढ़ के रास्ते लखनऊ और छपरा-सूरत क्लोन स्पेशल को वाया बनारस-माधोसिंह-प्रयागराज जंक्शन रवाना किया गया. इसके साथ ही श्रमजीवी व हिमगिरि एक्सप्रेस ट्रेनें काशी स्टेशन और डीडीयू जंक्शन पर रोक दी गईं. इन दोनों समेत पांच ट्रेनों का रूट बदला गया. वहीं जनसाधारण एक्सप्रेस, गया-लखनऊ एकात्मता एक्सप्रेस, पटना चंडीगढ़ सीडीजी एक्सप्रेस, कुंभा एक्सप्रेस, पटनाकोटा एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनें घंटों देरी से चलीं. ये ट्रेनें 6 घंटे देरी से वाराणसी कैंट स्टेशन पहुंची.
जांच के लिए गठित की गई कमेटी: उत्तर रेलवे के एडीआरएम लालजी चौधरी ने बताया कि हादसे के वजह से कितना नुकसान हुआ है. इसका अनुमान लगाया जा रहा है, लेकिन अधिक नुकसान नहीं हुआ है. इसके साथ ही इस घटना की जांच के लिए सुपरवाइजर स्तर की कमेटी गठित की गई है. वह कमेटी इस घटना की वजह की जांच करेगी. जांच कमेटी देखेगी कि इस घटना की असली वजह क्या थी. रीमॉडलिंग के काम के बाद चीजें ठीक हुई हैं. इस घटना के कई वजह हो सकते हैं. विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच की कार्रवाई पूरी की जाएगी. रूट की ट्रैफिक को सही कर लिया गया है.
बिहार की ओर से आने वाली 10 ट्रेनें प्रभावित: लालजी चौधरी ने बताया कि घटना के बाद मुगलसराय रूट को बंद कर दिया गया. दानापुर मंडल को अलर्ट भेजा गया था. उत्तर रेलवे, पूर्वोत्तर रेलवे को भी सूचना दी गई. इस लाइन पर आ रही ट्रेनों को रोक दिया गया था. बिहार की ओर से आने वाली अभी ट्रेनें भी इस हादसे की वजह से प्रभावित हुई हैं. रेलवे अधिकारियों का कहना है कि बिहार की तरफ से लगभग 10 ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ है. मुगलसराय रूट पर भी चलने वाली ट्रेनों के संचालन में परेशानी आई है. इन ट्रेनों को रास्ते में ही रोकने को कहा गया था. जो ट्रेनें दूरी पर थीं उन्हें धीरे चलाने के लिए कहा गया. बीती रात करीब एक बजे तक ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहा.
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