वाराणसी: पंडित दीन दयाल उपाध्याय जिला अस्पताल में बुधवार सुबह कोरोना संक्रमित जय प्रकाश श्रीवास्तव की इलाज के दौरान मौत हो गई. मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने डॉक्टर और स्टाफ के साथ मारपीट भी की. इसके बाद दूसरे तीमारदारों ने अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाया कि मारपीट से नाराज होकर अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई बंद कर दी गई. मामले में ईटीवी भारत ने तीमारदार और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से बातचीत की.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, चार दिन पहले वाराणसी के ही रहने वाले कोरोना संक्रमित जय प्रकाश श्रीवास्तव को अस्पताल में भर्ती किया गया था. उनका ऑक्सीजन लेवल 45 से 50 के बीच में था और शुगर की वजह से उनकी दोनों किडनी भी खराब हो गई थी. उनकी हालत बेहद नाजुक थी, जिसके बाद गुरुवार सुबह इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई. अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बी. शुक्ला का कहना है कि मरीज की हालत बेहद खराब थी, जिसे डॉक्टर बचा नहीं सके.
मरीज की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल परिसर में हंगामा शुरू कर दिया. परिजनों ने डॉक्टर के अलावा स्वास्थ्य कर्मियों से मारपीट भी की. विवाद इतना बढ़ गया कि पुलिस को बुलाना पड़ा. मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझा बुझाकर शांत कराया. इसी बीच आजमगढ़ की रहने वाली एक युवती ने अपने मरीज और मेडिकल वार्ड में भर्ती अन्य मरीजों के ऑक्सीजन लेवल कम होने की बात कही और स्टाफ को फोन करके ऑक्सीजन लेवल बढ़ाए जाने की गुहार लगाना शुरू किया.
इसे भी पढ़ें : मध्य प्रदेशः छतरपुर जिला अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई बंद होने से 6 मरीजों ने तोड़ा दम!
ऑडियो में अस्पताल प्रबंधन ने ये कहा
युवती और अस्पताल स्टाफ का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. ऑडियो में युवती ऑक्सीजन लेवल बढ़ाए जाने की बात कह रही है, लेकिन अस्पताल स्टाफ इस बात से मना कर रही है. स्टाफ नर्स कह रही कि अभी अस्पताल में इतना मारपीट हुआ है, इस बात का नतीजा तो भुगतना पड़ेगा, इसलिए अभी ऑक्सीजन सप्लाई को चालू नहीं किया जाएगा.
इस मामले की जांच पड़ताल के लिए ईटीवी भारत ने मरीज के तीमारदार से बातचीत की. युवती ने फोन पर बताया कि मेडिकल वार्ड में भर्ती सभी मरीजों की तबियत अचानक खराब हो रही थी, लोगों को ऑक्सीजन की जरूरत थी. ऑक्सीजन लेवल बहुत कम हो रहा था. जिसके बाद अस्पताल की नर्स को फोन किया गया, लेकिन उन्होंने बदला लेने की नीयत से ऑक्सीजन सप्लाई शुरू नहीं किया गया.
क्या कहा अस्पताल के अधिकारियों
इस मामले में सीएमएस डॉ. बी. शुक्ला ने कहा कि अस्पताल में मारपीट की घटना जरूर हुई है, लेकिन ऑक्सीजन बंद करने के आरोप निराधार हैं. यहां अधिकांश ऐसे मरीज भर्ती हैं, जिनका ऑक्सीजन लेवल लगातार गिर रहा है. वजह है कि उन्हें पहले से ही किडनी की समस्या है. सीएमएस ने कहा कि अस्पताल में न तो ऑक्सीजन की सप्लाई बंद की गई और न ही बंद की जाएगी. अस्पताल में पर्याप्त रूप से ऑक्सीजन उपलब्ध है.