वाराणसी : लखनऊ में पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजित सिंह की हत्या के मामले में कन्हैया विश्वकर्मा उर्फ गिरधारी को दिल्ली पुलिस लगभग 10 दिन पहले गिरफ्तार कर चुकी है. जिसके बाद से गिरधारी दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद है. वाराणसी के सदर तहसील में हुए चर्चित नितेश सिंह बबलू हत्याकांड में भी गिरधारी वांछित था. गिरधारी को वाराणसी लाने के लिए शिवपुर थाने की पुलिस ने वारंट बी की अर्जी मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एसपी सिंह यादव की अदालत में दी थी. लेकिन तिहाड़ जेल प्रशासन के अनुसार किसी भी कैदी को Covid-19 प्रोटोकॉल के तहत जेल से बाहर नहीं लाया जा सकता. हालांकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए पेशी हो सकती है.
वीसी के जरिए हो सकती है गिरधारी की पेशी
वाराणसी में 30 सितंबर 2019 को सदर तहसील में नितेश सिंह बबलू हत्याकांड में कन्हैया विश्वकर्मा उर्फ गिरधारी अभियुक्त है. शिवपुर पुलिस उसे वाराणसी लाकर इस चर्चित हत्याकांड के पीछे के कारण के लिए पूछताछ करने वाली थी. लेकिन अब गिरधारी की पेशी कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए हो सकती है.
दरअसल लखनऊ में हुए अजीत सिंह हत्याकांड के बाद गिरधारी को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था. दिल्ली में गिरफ्तारी होने के बाद वाराणसी के चर्चित नितेश सिंह बबलू हत्याकांड में गिरधारी को शिवपुर थाने की पुलिस ने वारंट बी के तहत वाराणसी लाने की कवायद शुरू कर दी थी. शिवपुर पुलिस ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एसपी सिंह की अदालत में वारंट बी के तामीला की अर्जी दी. इस पर कोर्ट ने अनुमति दे दी थी, जिसके बाद शिवपुर पुलिस ने कोर्ट से जारी वारंट बी का तिहाड़ जेल में तामिला कराया था. लेकिन तिहाड़ जेल प्रशासन ने Covid-19 के प्रोटोकॉल का हवाला देते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए पेशी कराने की बात कही है. ऐसे में आज गिरधारी की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए हो सकती है.