वाराणसी : एशिया का सबसे बड़ा आवासीय विश्वविद्यालय कहे जाने वाले काशी हिंदू विश्वविद्यालय में वर्ष 2021 की प्रवेश परीक्षा में लगभग चार लाख अभ्यर्थी छात्रों ने आवेदन किया है. कृषि विज्ञान संस्थान में एडमिशन के लिए पढ़ाई करने के लिए करीब 80 हजार छात्र छात्राओं ने आवेदन किया है. देश में पहली बार शुरू हुए बहुत से कोर्ट में छात्रों ने भी बढ़-चढ़कर आवेदन किया है.
काशी हिंदू विश्वविद्यालय से देश में पहली बार शुरू होने जा रहे हैं. हिंदू स्टडीज में दाखिल लेने के लिए भी युवाओं का रुझान देखा जा रहा है. उसके साथ थी गाड़ी विज्ञान वाणिज्य कोर्सों में एडमिशन लेने के लिए ज्यादा संख्या में अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. विभिन्न पाठ्यक्रमों में ग्रेजुएशन के लिए 23 पेपर और पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए 94 पेपर होंगे. इसके साथ ही विभिन्न प्रकार की यूजी पीजी डिप्लोमा कोर्स में भी एडमिशन लिया जाएगा.
काशी हिंदू विश्वविद्यालय में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के करीब 12 हजार सीटों पर दाखिला होना है. बीएचयू में पहली बार नेशनल टेस्टिंग एजेंसी परीक्षा कराने जा रही है जिसे लेकर विभिन्न पाठ्यक्रमों में आवेदन की अंतिम तिथि समाप्त हो चुकी है प्रवेश परीक्षाएं सीबीटी (कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट) जिसमें बहुविकल्पी प्रश्न शामिल रहेंगे. नेशनल स्तर की मेरिट पर बीएचयू में दाखिला होगा जैसा कि जवाहर लाल यूनिवर्सिटी और दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिले से एनटीए माध्यम से होता है. जिसके कारण राष्ट्रीय स्तर की मेरिट के विद्यार्थी अपना दाखिला प्राप्त करते हैं. महामना की बगिया में भी राष्ट्रीय स्तर की मेरिट के आधार पर दाखिले की व्यवस्था लागू की गई है.काशी हिंदू विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डॉक्टर राजेश सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय में पहली बार के माध्यम से एनटीए दाखिला होना है. जिसके लिए लगभग चार लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. बीएचयू के कृषि विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रोफेसर रमेश चंद्र ने बताया कि संस्थान में प्रवेश पाने के लिए लगभग हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. यहां पर ग्रेजुएशन की 160 और पोस्ट ग्रेजुएशन की 120 सीट है.