वाराणसी: काशी में टकसाल सिनेमा शूटआउट मामले में सोमवार को धनंजय सिंह वाराणसी के एमपी-एमएलए कोर्ट पेशी पर पहुंचे. यहां उन्होंने अपनी गवाही में इस प्रकरण में विनीत सिंह के होने से इंकार कर दिया. दरअसल 5 अक्टूबर 2002 में वाराणसी के टकसाल सिनेमा के सामने से गुजरते समय बनारस के पहले ओपन शूटआउट में धनंजय सिंह के गनर और उनके सचिव समेत चार लोग घायल हुए थे. इस मामले में उस समय कैंट थाने में अभय सिंह के विरुद्ध नामजद और 5-6 अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया था. इसके बाद इसमें पुलिस ने गैंगेस्टर की धारा बढ़ाई थी.
वहीं, इस संबंध में एमपी-एमएलए कोर्ट वाराणसी के सरकारी वकील एडीजीसी क्रिमनल ज्योति शंकर उपाध्याय ने बताया कि साल 2002 में धनंजय सिंह के ऊपर गोली चली थी. टकसाल सिनेमा के सामने, जिसमें इन्होंने अभय सिंह और चार-पांच व्यक्तियों के ऊपर कैंट थाने मुकदमा दर्ज करवाया था. उस मुकदमें में ये वादी हैं और मामले की विवेचना के बाद पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई की थी.
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वहीं, एडीजीसी क्रिमनल ने बताया कि इस मामले में 1 नामजद और 5 से 6 अज्ञात थे. धीरे-धीरे सबसे नाम सामने आए और फिर एक के बाद एक लोगों की धनंजय सिंह ने तस्दीक की. इसी क्रम में विनीत सिंह का भी नाम सामने आया और सोमवार को एमपी-एमएलए कोर्ट वाराणसी में पेश हुए और इस घटना में विनीत सिंह के होने से इंकार कर दिया.
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