वाराणसी : सनातन धर्म, अध्यात्म और संस्कृति के धरोहर की नगरी काशी में पधारे पर्यटक और काशीवासी भी जी-20 समिट से खासा उत्साहित हैं. जिसकी एक झलक गुरुवार को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर स्थित दिव्य गंगाद्वार पर दिखाई पड़ी. जब फ्रांस, ग्रेट ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, जापान से पधारे विदेशी मेहमानों व वाराणसी के स्थानीय निवासियों सहित आसपास और अन्य राज्यों से आए दर्शनार्थियों ने जी-20 देशों के राष्ट्रीय चिह्न लेकर नमामि गंगे के सदस्यों के साथ भारत की शाश्वत पहचान सनातनी संस्कृति की आत्मा मां गंगा की आरती उतार कर वैश्विक अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए आशीर्वाद मांगा.
G20 Summit in Varanasi : गंगा आरती में शामिल हुए विदेशी मेहमान विदेशी मेहमान के अलावा स्थानीय लोग काशी में जी-20 समिट के आयोजन के पूर्व हो रहे विकास कार्यों से सभी अभिभूत नजर आए. काशी यात्रा पर आए विदेशी नागरिकों के अलावा पर्यटकों ने कहा कि सरकार ने काशी में विकास की गंगा ऐसी बहाई है, जिससे इस प्राचीन नगरी का निरंतर चतुर्दिक विकास हो रहा है.नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि पुरातन और आधुनिक संस्कृति को जोड़ते हुए काशी का ऐसा कायाकल्प हुआ की वाराणसी अब अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों के लिए पूरी तरह तैयार हो चुकी है. जी-20 की वाराणसी में होने वाली बैठकों में दुनिया के आर्थिक महाशक्ति वाले 20 देशों के राजनयिक, ब्यूरोकेट्स और अन्य महत्वपूर्ण डेलीगेट्स काशी आएंगे. जो काशी की विरासत की नई तस्वीर अपने साथ ले जाएंगे. इसका लाभ आने वाले समय में वाराणसी के पर्यटन उद्योग को मिलेगा.
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