वाराणसी: पंडित मदन मोहन मालवीय की कर्मस्थली काशी हिंदू विश्वविद्यालय आज पूर्वांचल के किसानों की मेहनत से सुशोभित हो रही है. बड़ी बात है कि, यह मेहनत हजारों रंग-बिरंगे फूलों के रूप में विश्वविद्यालय की शोभा को और बढ़ा रही है. जी हां, मालवीय जयंती (Malviya Jayanti 2022 Varanasi) के अवसर पर बीएचयू में तीन दिवसीय पुष्प प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है. जहां पर हजारों रंग बिरंगे फूलों को सजाया गया है. खास बात यह है कि यह फूल पूर्वांचल के किसानों की मेहनत का परिणाम है.
बता दें कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय में 25 से 27 दिसम्बर तक पुष्प प्रदर्शनी का आयोजन किया है. जिसमें पूर्वांचल के किसानों द्वारा उगाए गई सब्जियां, फल, फूल को रखा गया है. इस प्रदर्शनी में हजारों अलग-अलग फूलों की प्रजातियां शामिल है. इन फूलों को निहारने के लिए विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ-साथ आस-पास के लोग भी पहुंचे हुए थे.
1000 हज़ार फूलों संग 600 किसानों ने लिया भाग
प्रदर्शनी के बारे में प्रदर्शनी प्रभारी डॉक्टर ए.के. सिंह ने बताया कि इस बार प्रदर्शनी में 600 से ज्यादा किसानों ने अपनी सहभागिता दर्ज की है. 1000 से ज्यादा फूल, अलग-अलग प्रजाति की हरी सब्जियां फलों से इस प्रदर्शनी को सजाया गया है.
उन्होंने बताया कि इस बार प्रदर्शनी में सामान्य फूल गुलाब, डहेलिया, सूरजमुखी लगायत अन्य फूलों के साथ कुछ नए प्रजाति के फूल पत्तियों को भी शामिल किया गया है. जिसमें ट्यूब रोज, जरबेरा, एंथोरियम, लिलियम, बोर्ड ऑफ पैराडाइज शामिल है. उन्होंने बताया कि इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों के साथ-साथ किसानों को भी नई आधुनिक तकनीकी से अवगत कराना है. साथ ही किसानों की मेहनत को जन-जन तक पहुंचाना है. उन्होंने बताया कि इस प्रदर्शनी में बेहतरीन फूल, सब्जी और फलों को पुरस्कृत भी किया जाता है.
किसान को आधुनिक तकनीकी की मिलती है जानकारी
इस दौरान प्रदर्शनी में शामिल किसान ने बताया कि, यह प्रदर्शनी विद्यार्थियों संग किसानों के लिए बेहद फायदेमंद होती है. क्योंकि यहां किसानों को आधुनिक तकनीकी के बारे में जानकारी मिलती है, जिससे वह अपने पैदावार को और बढ़ा सकते हैं. साथ ही यहां पुरस्कृत होने से उनका हौसला भी बढ़ता है.
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