वाराणसी: अहरौरा मिर्जापुर में 15 जनवरी को मिले दो अधजले शव की शिनाख्त वाराणसी के अपराधी शुभम केसरी व छात्र रवि पाण्डेय के रूप हुई थी. इस घटना का पुलिस ने मंगलवार को खुलासा किया. मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है.
बदला लेने के लिए आरोपियों ने की थी हत्या
पुलिस के अनुसार साल 2017 में हुई मोहन लाल निगम की हत्या का बदला लेने के लिए मोहन लाल निगम के साले सुनील निगम ने हत्या की साजिश रची थी. उसने नीरज पाण्डेय और परवेज को पांच लाख रुपये में शुभम केसरी की हत्या करने की सुपारी दी थी. जिसके बाद 22 दिसंबर को नीरज पाण्डेय, करीम व दिलशेर ने शराब पिलाने व लड़की से मिलाने के बहाने रमाकांत नगर कॉलोनी आवास पर शुभम केसरी को बुलाया. इस दौरान शुभम केसरी के साथ रवि पाण्डेय भी पहुंच गया, जहां तीनों ने मिलकर शुभम केसरी व रवि पाण्डेय की गला दबाकर हत्या कर दी.
मिर्जापुर में आरोपियों ने फेंका था शव
पुलिस के अनुसार आरोपियों ने मैजिक से दो शव को ले जाकर अहरौरा मिर्जापुर की पहाड़ी में फेंक दिया. साक्ष्य को छुपाने के लिए आरोपियों ने 5 जनवरी को दो शव को तेजाब डालकर जला दिया. एसएसपी अमित पाठन ने बताया कि मामले में सुनील निगम, परवेज, गुड्डू, नीरज पाण्डेय, दिलशेर को गिरफ्तार किया है, जबकि आरोपी करीम अभी फरार है. उसकी तलाश की जा रही है, जल्द ही उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा. घटनास्थल से पुलिस ने मृत शुभम केसरी की बाइक, आधार कार्ड और हेलमेट बरामद किए हैं. साथ ही पुलिस ने घटना में प्रयुक्त बाइक भी बरामद की है.
पुलिस ने किया हत्या मामले का खुलासा, 5 गिरफ्तार
वाराणसी जिले में अपराधी शुभम केसरी सहित एक अन्य की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार आरोपियों ने बदला लेने के लिए घटना को अंजाम दिया था.
वाराणसी: अहरौरा मिर्जापुर में 15 जनवरी को मिले दो अधजले शव की शिनाख्त वाराणसी के अपराधी शुभम केसरी व छात्र रवि पाण्डेय के रूप हुई थी. इस घटना का पुलिस ने मंगलवार को खुलासा किया. मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है.
बदला लेने के लिए आरोपियों ने की थी हत्या
पुलिस के अनुसार साल 2017 में हुई मोहन लाल निगम की हत्या का बदला लेने के लिए मोहन लाल निगम के साले सुनील निगम ने हत्या की साजिश रची थी. उसने नीरज पाण्डेय और परवेज को पांच लाख रुपये में शुभम केसरी की हत्या करने की सुपारी दी थी. जिसके बाद 22 दिसंबर को नीरज पाण्डेय, करीम व दिलशेर ने शराब पिलाने व लड़की से मिलाने के बहाने रमाकांत नगर कॉलोनी आवास पर शुभम केसरी को बुलाया. इस दौरान शुभम केसरी के साथ रवि पाण्डेय भी पहुंच गया, जहां तीनों ने मिलकर शुभम केसरी व रवि पाण्डेय की गला दबाकर हत्या कर दी.
मिर्जापुर में आरोपियों ने फेंका था शव
पुलिस के अनुसार आरोपियों ने मैजिक से दो शव को ले जाकर अहरौरा मिर्जापुर की पहाड़ी में फेंक दिया. साक्ष्य को छुपाने के लिए आरोपियों ने 5 जनवरी को दो शव को तेजाब डालकर जला दिया. एसएसपी अमित पाठन ने बताया कि मामले में सुनील निगम, परवेज, गुड्डू, नीरज पाण्डेय, दिलशेर को गिरफ्तार किया है, जबकि आरोपी करीम अभी फरार है. उसकी तलाश की जा रही है, जल्द ही उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा. घटनास्थल से पुलिस ने मृत शुभम केसरी की बाइक, आधार कार्ड और हेलमेट बरामद किए हैं. साथ ही पुलिस ने घटना में प्रयुक्त बाइक भी बरामद की है.