वाराणसी: जिले में नगर निगम के परिवहन विभाग में घोटाले से जुड़ी फाइलें विभाग के गोदाम में मिलीं. इसकी पुष्टि खुद अपर नगर आयुक्त देवीदयाल ने की है. विभाग से करोड़ों रुपये के घोटाले की 186 फाइलें पहले गायब हुई और उसके बाद इन गायब फाइलों में से 108 फाइलें निगम के गोदाम में मिली, जिसके बाद अब इस घोटाले से जुड़े लोगों में हड़कंप मचा हुआ है.
दरअसल, वाराणसी नगर निगम के परिवहन विभाग में करोड़ों का घोटाला हुआ है. इस मामले में बीजेपी पार्षद खुद लगभग 300 करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले के आरोप लगा रहे हैं और इसे लेकर हाल ही में हुई मिनी सदन की बैठक में हंगामा भी हुआ था. इस हंगामे के बीच जब इस मामले की पड़ताल तेज हुई तो नगर निगम दफ्तर में अलग-अलग घोटाले से जुड़ी 386 फाइलों में से 186 फाइलें गायब मिलीं. फाइलों की जांच पड़ताल शुरू हुई तो मामले की जांच कर रहे अपर नगर आयुक्त देवी दयाल वर्मा को घोटालों से जुड़ी 108 फाइलें निगम दफ्तर के गोदाम में पड़ी मिलीं.
इस पूरे मामले में एक बार फिर से नए सिरे से जांच शुरू किए जाने की बात अधिकारी कर रहे हैं. हालांकि, अधिकारी इस बात से भी इनकार कर रहे हैं कि घोटाला कितने का है और इसके पीछे कौन लोग हैं, लेकिन जल्द ही इस मामले की फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट तैयार कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की बात भी अधिकारी कह रहे हैं.
नगर आयुक्त गौरांग राठी का कहना है कि परिवहन विभाग की तरफ से की गई इस अनियमितता की जांच शुरू हो चुकी है. इसमें एक समिति बनाई गई जिसमें अपर नगर आयुक्त देवी दयाल वर्मा साथ ही कई अलग क्षेत्रों से जुड़े लोगों को भी रखा गया था जिससे पारदर्शी जांच हो सके. इस कमेटी ने अपनी जांच पूरी कर ली है. कमेटी की रिपोर्ट सामने आने के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.