वाराणसी: धर्म और अध्यात्म का शहर काशी में देवी मंदिरों के द्वार बेटियों का सम्मान न करने वालों के लिए बंद हो गए हैं. सामाजिक संस्था आगमन ने इसके लिए मुहिम शुरू की है. इसके तहत बुधवार को वाराणसी के कालिका गली स्थित कालरात्रि मंदिर में दुराचारियों, बेटियों का सम्मान न करने वाले और बेटियों के जन्म पर दुखी होने वाले लोगों के मंदिर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है. वहीं इसके लिए मंदिर में पोस्टर भी लगाए गए हैं.
मंदिरों के मुख्य द्वार के साथ ही गर्भगृह सहित अन्य जगहों पर पोस्टर चस्पा किये गए हैं, जिसमें बेटियों का सम्मान न करने वालों, बेटियों के जन्म पर दुखी होने वाले और दुराचारियों का मंदिर में प्रवेश निषेध बताया गया है. पोस्टर पर निवेदक के तौर पर 2 दशकों से बेटियों के जन्म, सुरक्षा और अधिकार की लड़ाई लड़ रही सामाजिक संस्था आगमन और मंदिर के महंत श्री नारायण तिवारी का नाम लिखा हुआ है.
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संस्था के अध्यक्ष डॉ. संतोष ओझा ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बताया कि संस्था ने कालरात्रि मन्दिर में पोस्टर लगाकर दुराचारियों और बेटियों के जन्म से दुखी होने वाले लोगों के मन्दिर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मुहिम की शुरुआत की है. वहीं वाराणसी के सभी मंदिरों में ऐसे पोस्टर लगाकर इस प्रकार के लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का अभियान चलाया जायेगा.