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काशी विश्वनाथ धाम के कर्मचारी धरने पर बैठे, लगाया पुलिस मुर्दाबाद का नारा, जानें कारण

काशी विश्वानाथ धाम में दर्शन को लेकर लेखपाल और सिपाही के बीच विवाद हो गया. विवाद मे हाथापाई हो गई. इससे नाराज कर्मचारी धरने पर बैठ गए.

काशी विश्वनाथ धाम के कर्मचारी बैठे धरने पर,
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Published : Nov 25, 2022, 7:41 PM IST

वाराणसी: काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन (Darshan in Kashi Vishwanath Dham) कराने के मामले को लेकर लेखपाल और पुलिसकर्मी के बीच कहासुनी हो गई. मामला हाथापाई तक पहुंच गया. इस दौरान घटना से नाराज विश्वनाथ धाम के कर्मचारियों ने धरना शुरू कर दिया और मंदिर परिसर में पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे भी लगाए.

विश्वनाथ धाम में शुक्रवार को लेखपाल द्वारा अपने करीबियों को दर्शन पूजन कराए जाने को लेकर के परिसर में मौजूद एक पुलिसकर्मी के साथ कहासुनी हो गई. आरोप है कि कहासुनी के दौरान पुलिसकर्मी ने लेखपाल को थप्पड़ जड़ दिया. जिससे नाराज होकर के मंदिर प्रशासन के कर्मचारी, सेवादार व पुजारी धरने पर बैठ गए और पुलिस मुर्दाबाद के नारे भी लगाए. इस दौरान परिसर में मामला बढ़ता देख मौके पर मौजूद आला अधिकारियों ने कर्मचारियों को समझा-बुझाकर कर शांत कराया.


विश्वनाथ धाम में धरने पर बैठे कर्मचारी: इस बारे में विश्वनाथ धाम के कर्मचारियों ने बताया कि एंट्री पॉइंट से प्रवेश न लेने पर ये सारा विवाद हुआ है. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को लेखपाल रामदास एंट्री पॉइंट से नहीं बल्कि एग्जिट पॉइंट से प्रवेश कर रहे थे. जहां पॉइंट पर मौजूद पुलिसकर्मी द्वारा उन्हें प्रवेश करने से मना कर दिया गया. इस दौरान लेखपाल ने दूसरे गेट से प्रवेश करने पर सहमति जताई.

लेकिन, नाराज सिपाही ने लेखपाल को थप्पड़ मार दिया. इस घटना से नाराज होकर के हम सभी कर्मचारी विश्वनाथ धाम के चौक क्षेत्र में धरने पर बैठ गए और पुलिस प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करने लगे. उन्होंने कहा कि रामदास सिपाही की बात मानकर सही पॉइंट से एंट्री करने जा रहे थे. लेकिन, उसके बावजूद भी पुलिसकर्मी ने मनमाना रवैया अपना करके गलत आचरण किया, जिसे हम बर्दाश्त नहीं कर सकते है.

दोषी के खिलाफ होगी कार्रवाई: वहीं, इस मामले पर विश्वनाथ धाम के कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि मामला संज्ञान में है. प्रकरण की जांच की जा रही है. जांच में दोषी पाए जाने पर पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मंदिर परिसर में किसी भी श्रद्धालुओं के साथ किसी भी तरीके का गलत आचरण बर्दाश्त योग्य नहीं है.

यह भी पढे़ं:जानिए ज्ञानवापी विवाद के बीच क्यों हो रही काशी विश्वनाथ धाम मॉडल की चर्चा, काष्ठ कला के कारीगरों में खुशी का माहौल

वाराणसी: काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन (Darshan in Kashi Vishwanath Dham) कराने के मामले को लेकर लेखपाल और पुलिसकर्मी के बीच कहासुनी हो गई. मामला हाथापाई तक पहुंच गया. इस दौरान घटना से नाराज विश्वनाथ धाम के कर्मचारियों ने धरना शुरू कर दिया और मंदिर परिसर में पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे भी लगाए.

विश्वनाथ धाम में शुक्रवार को लेखपाल द्वारा अपने करीबियों को दर्शन पूजन कराए जाने को लेकर के परिसर में मौजूद एक पुलिसकर्मी के साथ कहासुनी हो गई. आरोप है कि कहासुनी के दौरान पुलिसकर्मी ने लेखपाल को थप्पड़ जड़ दिया. जिससे नाराज होकर के मंदिर प्रशासन के कर्मचारी, सेवादार व पुजारी धरने पर बैठ गए और पुलिस मुर्दाबाद के नारे भी लगाए. इस दौरान परिसर में मामला बढ़ता देख मौके पर मौजूद आला अधिकारियों ने कर्मचारियों को समझा-बुझाकर कर शांत कराया.


विश्वनाथ धाम में धरने पर बैठे कर्मचारी: इस बारे में विश्वनाथ धाम के कर्मचारियों ने बताया कि एंट्री पॉइंट से प्रवेश न लेने पर ये सारा विवाद हुआ है. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को लेखपाल रामदास एंट्री पॉइंट से नहीं बल्कि एग्जिट पॉइंट से प्रवेश कर रहे थे. जहां पॉइंट पर मौजूद पुलिसकर्मी द्वारा उन्हें प्रवेश करने से मना कर दिया गया. इस दौरान लेखपाल ने दूसरे गेट से प्रवेश करने पर सहमति जताई.

लेकिन, नाराज सिपाही ने लेखपाल को थप्पड़ मार दिया. इस घटना से नाराज होकर के हम सभी कर्मचारी विश्वनाथ धाम के चौक क्षेत्र में धरने पर बैठ गए और पुलिस प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करने लगे. उन्होंने कहा कि रामदास सिपाही की बात मानकर सही पॉइंट से एंट्री करने जा रहे थे. लेकिन, उसके बावजूद भी पुलिसकर्मी ने मनमाना रवैया अपना करके गलत आचरण किया, जिसे हम बर्दाश्त नहीं कर सकते है.

दोषी के खिलाफ होगी कार्रवाई: वहीं, इस मामले पर विश्वनाथ धाम के कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि मामला संज्ञान में है. प्रकरण की जांच की जा रही है. जांच में दोषी पाए जाने पर पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मंदिर परिसर में किसी भी श्रद्धालुओं के साथ किसी भी तरीके का गलत आचरण बर्दाश्त योग्य नहीं है.

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