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UP Madarsa Board: 'मेला' से स्मार्ट बनेंगे मदरसे के बच्चे, कहीं से भी कर सकेंगे पढ़ाई - मदरसा मेला ई लर्निंग ऐप

यूपी मदरसा बोर्ड (UP Madarsa Board) मदरसों को स्मार्ट बनाने की कवायद में जुटा हुआ है. इसी क्रम में बोर्ड की ओर से मदरसों के लिए एक एप की शुरुआत की गई है. आइए जानते हैं यह एप बच्चों के लिए कैसे कारगर साबित होगा.

मदरसों में ई लर्निंग ऐप मेला
मदरसों में ई लर्निंग ऐप मेला
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Published : Jul 27, 2023, 3:47 PM IST

मेला के जरिए स्मार्ट होंगे मदरसा के बच्चे

वाराणसी: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार मदरसों के बच्चों के लिए बड़ा कदम उठा रही है. मदरसों के बच्चों को भी बस्तों के भारी बोझ से दूर रखने के प्रयास किए जा रहे हैं. इसके साथ ही मदरसों के बच्चों को ई-लर्निंग की सुविधा उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही है. सरकार ने इसी क्रम में इन बच्चों की पढ़ाई के लिए ई-लर्निंग 'मेला' एप लॉन्च किया है. सरकार के इस कदम से मदरसा के बच्चों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ा जा सकेगा और उन्हें आधुनिक तकनीकि से भी रूबरू कराया जा सकेगा.

मदरसों में ई लर्निंग ऐप मेला
मदरसों में ई लर्निंग ऐप मेला
ऑडियो व विजुअल फॉर्मेट में मिलेगी शिक्षा: जिला अल्पसंख्यक अधिकारी संजय मिश्रा ने बताया कि उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद द्वारा यह एप लॉन्च किया गया है. यह ई-लर्निंग एप है. इसके अन्तर्गत ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था को प्रोत्साहित किया जा रहा है. कोई भी मदरसे का बच्चा कहीं से भी इस एप के माध्यम से लॉग इन करके ऑडियो और विजुअल फॉर्मेट में अध्ययन कर सकता है. इस एप में मदरसे के प्रिंसिपल, शिक्षक, विभाग और मदरसा बोर्ड के रजिस्ट्रार का लॉग इन ऑप्शन दिया गया है.
इस पर उपलब्ध पाठन सामग्री बच्चे कभी भी कही से भी पढ़ सकते हैं
इस पर उपलब्ध पाठन सामग्री बच्चे कभी भी कही से भी पढ़ सकते हैं
कई तरह से है एप में लॉग इन की व्यवस्था: जिला अल्पसंख्यक अधिकारी ने बताया कि जब कोई शिक्षक पाठन सामग्री अपलोड करेगा तो उसके क्लास के बच्चे सामग्री को देख सकेंगे. जब शिक्षक की अपलोड की हुई सामग्री यानी पठन-पाठन के लिए जानकारी को प्रिंसिपल अप्रूव कर देगा तो उस सामग्री को पूरे मदरसे के लॉग इन के माध्यम से देखा जा सकेगा. विभाग की तरफ से जब इसका अप्रूवल होगा, तो पूरे जिले के मदरसे इस पाठ्य सामग्री को देख सकेंगे. इसके साथ ही जब परिषद द्वारा अप्रूव कर दिया जाएगा तो पूरे प्रदेश के मदरसे अपने लॉग इन से देख सकेंगे.मदरसों को बनाया जा रहा आधुनिक: अधिकारी संजय मिश्रा ने बताया कि यह पठन-पाठन के लिए अच्छी योजना है. ऐसे ही तमाम यूट्यूब चैनल हैं जो ऑनलाइन या वर्चुअल माध्यम से सभी छात्रों को पाठ्य सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं. उसी तरह से ही मेला एप विभाग की नई परिकल्पना है. जब ये इम्पलिमेंट होगा तो इसका लाभ सभी को मिलेगा. शासन द्वारा यह प्रयास किया जा रहा है कि मदरसों को भी आधुनिक बनाया जाए. जो भी टेक्नोलॉजी है उसके अनुसार मदरसे भी कदम से कदम मिलाकर चल सकें. यानी कि मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को भी ई-लर्निंग जैसी चीजें सिखाई जाएंगी.
इस पर उपलब्ध पाठन सामग्री बच्चे कभी भी कही से भी पढ़ सकते हैं
इस पर उपलब्ध पाठन सामग्री बच्चे कभी भी कही से भी पढ़ सकते हैं
बच्चों के लिए अपलोड होंगे लेक्चर्स: इस एप में पूरे उत्तर प्रदेश के मदरसों से पहली से 12वीं कक्षा तक के छात्र लॉग इन कर सकेंगे. सभी के लिए अलग-अलग अपनी आईडी होगी. इसके साथ ही इस एप में बच्चों के लिए लेक्चर्स भी अपलोड किए जाएंगे, जिससे घर बैठे वे अपनी पढ़ाई को जारी रख सकेंगे. इसके साथ ही किसी भी तरह की पाठ्य सामग्री को आसानी से एप पर खोज सकेंगे.

यह भी पढ़ें: UP Madarsa Education Board Result 2023 : मुंशी-मौलवी, आलिम, कामिल व फाजिल की परीक्षाओं का रिजल्ट घोषित

यह भी पढ़ें: मदरसों की जांच में 20 करोड़ रुपये का घोटाला आया सामने, अल्पसंख्यक विभाग पर दबाव बना रहा मुफ्ती

यह भी पढ़ें: वाराणसी में दशाश्वमेध घाट की जगह छत पर हो रही गंगा आरती, जानिए वजह

मेला के जरिए स्मार्ट होंगे मदरसा के बच्चे

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मदरसों में ई लर्निंग ऐप मेला
मदरसों में ई लर्निंग ऐप मेला
ऑडियो व विजुअल फॉर्मेट में मिलेगी शिक्षा: जिला अल्पसंख्यक अधिकारी संजय मिश्रा ने बताया कि उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद द्वारा यह एप लॉन्च किया गया है. यह ई-लर्निंग एप है. इसके अन्तर्गत ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था को प्रोत्साहित किया जा रहा है. कोई भी मदरसे का बच्चा कहीं से भी इस एप के माध्यम से लॉग इन करके ऑडियो और विजुअल फॉर्मेट में अध्ययन कर सकता है. इस एप में मदरसे के प्रिंसिपल, शिक्षक, विभाग और मदरसा बोर्ड के रजिस्ट्रार का लॉग इन ऑप्शन दिया गया है.
इस पर उपलब्ध पाठन सामग्री बच्चे कभी भी कही से भी पढ़ सकते हैं
इस पर उपलब्ध पाठन सामग्री बच्चे कभी भी कही से भी पढ़ सकते हैं
कई तरह से है एप में लॉग इन की व्यवस्था: जिला अल्पसंख्यक अधिकारी ने बताया कि जब कोई शिक्षक पाठन सामग्री अपलोड करेगा तो उसके क्लास के बच्चे सामग्री को देख सकेंगे. जब शिक्षक की अपलोड की हुई सामग्री यानी पठन-पाठन के लिए जानकारी को प्रिंसिपल अप्रूव कर देगा तो उस सामग्री को पूरे मदरसे के लॉग इन के माध्यम से देखा जा सकेगा. विभाग की तरफ से जब इसका अप्रूवल होगा, तो पूरे जिले के मदरसे इस पाठ्य सामग्री को देख सकेंगे. इसके साथ ही जब परिषद द्वारा अप्रूव कर दिया जाएगा तो पूरे प्रदेश के मदरसे अपने लॉग इन से देख सकेंगे.मदरसों को बनाया जा रहा आधुनिक: अधिकारी संजय मिश्रा ने बताया कि यह पठन-पाठन के लिए अच्छी योजना है. ऐसे ही तमाम यूट्यूब चैनल हैं जो ऑनलाइन या वर्चुअल माध्यम से सभी छात्रों को पाठ्य सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं. उसी तरह से ही मेला एप विभाग की नई परिकल्पना है. जब ये इम्पलिमेंट होगा तो इसका लाभ सभी को मिलेगा. शासन द्वारा यह प्रयास किया जा रहा है कि मदरसों को भी आधुनिक बनाया जाए. जो भी टेक्नोलॉजी है उसके अनुसार मदरसे भी कदम से कदम मिलाकर चल सकें. यानी कि मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को भी ई-लर्निंग जैसी चीजें सिखाई जाएंगी.
इस पर उपलब्ध पाठन सामग्री बच्चे कभी भी कही से भी पढ़ सकते हैं
इस पर उपलब्ध पाठन सामग्री बच्चे कभी भी कही से भी पढ़ सकते हैं
बच्चों के लिए अपलोड होंगे लेक्चर्स: इस एप में पूरे उत्तर प्रदेश के मदरसों से पहली से 12वीं कक्षा तक के छात्र लॉग इन कर सकेंगे. सभी के लिए अलग-अलग अपनी आईडी होगी. इसके साथ ही इस एप में बच्चों के लिए लेक्चर्स भी अपलोड किए जाएंगे, जिससे घर बैठे वे अपनी पढ़ाई को जारी रख सकेंगे. इसके साथ ही किसी भी तरह की पाठ्य सामग्री को आसानी से एप पर खोज सकेंगे.

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