वाराणसी: कहते हैं अगर जिंदगी में कुछ अलग और अनोखा करने का जज्बा हो तो कोई भी काम किया जा सकता है. ऐसा ही कुछ लोहता के केराकतपुर क्षेत्र में रहने वाले ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ. आर एस पाल ने कर दिखाया है. उन्होंने अपने घर की छत को ही खेत में तब्दील कर दिया है. जिसमें वह फल और सब्जियां उगा रहे हैं.
इस वजह से छत पर की खेती शुरूआत
डॉ. पाल का कहना है कि तेजी से रसायनिक खादों के इस्तेमाल की वजह से खेतों में होने वाली फल सब्जियों की पौष्टिकता खत्म होती जा रही है. जिसकी की वजह से उन्होंने यह तरीका अपनाया है.
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छत पर खेती के लिए इंजीनियर्स से किया संपर्क
डॉ. पाल का कहना है कि उनके पास खेत खलिहान नहीं है, लेकिन दूसरे के खेतों से आने वाली फल सब्जियां नुकसान पहुंचा रही थीं. घर के छोटे बच्चे हो या बड़े या फिर वृद्ध रसायनिक खादों के प्रयोग की वजह से सभी को दिक्कतें हो रही थीं. इसे लेकर उन्होंने इंजीनियर्स से संपर्क किया और अपने घर की छत को जिसे नॉरमल यूजलेस माना जाता है. उसे खेत में ही डेवेलप करने की प्लानिंग की.
सीजन के अनुसार करते हैं खेती
डॉ. पाल सीजन के अनुसार सब्जी और फलों की खेती करते हैं. बारिश का मौसम में ककड़ी, मक्का और अन्य हरी सब्जियों की खेती करते हैं. ठंड के मौसम में उस समय की सीजनल सब्जियां और गर्मी में उस मौसम की सीजनल सब्जियों की खेती करते हैं.
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डॉ. पाल ने खेती को लेकर कहा कि
डॉ. पाल का कहना है कि आज के युग में जैविक खेती पर ज्यादा जोर देना चाहिए. रासायनिक चीजों के बल पर खेती जल्दी और बेहतर तो होती है लेकिन इससे काफी नुकसान है. यही वजह है कि मैंने अपने घर की छत को ही खेत में तब्दील कर दिया. जैविक खेती की मदद से स्वास्थ्यवर्धक सब्जी और फल खाकर अपने परिवार की रक्षा कर रहा हूं.