वाराणसी: काशी नगरी में बिजली दरों के फ्लैट रेट को लेकर बीते 10 दिनों से बुनकरों की हड़ताल जारी है. सैकड़ों बुनकर रोजाना सड़क पर प्रदर्शन कर बुनकर अपने गुस्से का इजहार कर रहे हैं. लेकिन अब इस प्रदर्शन को लेकर जिला प्रशासन कड़ा रवैया अपनाने की तैयारी में है. वाराणसी डीएम ने स्पष्ट किया है कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण और कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए होना चाहिए, नहीं तो कठोर कार्रवाई की जाएगी.
लगातार हो रहा कोविड 19 नियमों का उल्लंघन
बुनकर संघ , बुनकर बिरादराना तंजीमों से वाराणसी जिला प्रशासन ने अपील की है कि वो अपनी समस्या को लेकर शांतिपूर्वक एक डेलीगेशन बना कर हथकरघा और ऊर्जा विभाग में वार्ता करें. डीएम कौशल राज शर्मा में बताया कि पिछले कई दिनों से बिजली की समस्या के नाम पर कई संगठनों ने ऐसे कार्य किए, जिनसे अनलॉक की गाइडलाइन का उल्लंघन हुआ है और जिनकी कोई अनुमति नहीं थी. प्रशासन ने ऐसे आयोजकों पर अभी तक कोई कठोर कार्रवाई नहीं की है. परन्तु प्रत्येक घटना क्रम को देखा जा रहा है. शनिवार को विशेष रूप से हजारों लोगों को इकट्ठा किया गया जो बिल्कुल सही नहीं कहा जा सकता. अगर उनकी कोई समस्या है तो वे एक 5-6 लोगों का डेलीगेशन बनाएं और विभागों से बात करें. कुछ लोग इसमें स्वयंभू नेतृत्व संभाले हुए हैं, उनसे अपील है कि त्योहारों के समय अनुचित भीड़ इकट्ठी करके कोविड गाइडलाइन को न तोड़ें, अन्यथा पूरी जिम्मेदारी उनकी ही तय की जाएगी.
नियंत्रण में है कोरोना ना करें ऐसा
डीएम का कहना है कि उत्तर प्रदेश शासन ने बुनकरों से वार्ता के बाद ही जुलाई तक बिजली के फ्लैट रेट लागू किये थे. भविष्य में भी उसी तरह बातचीत की जा सकती है. आगे भी कोई उनकी समस्या हो तो वे शासन में ही वार्ता करें जैसे पहले की थी. वाराणसी में मुश्किल से कोविड पर नियंत्रण हुआ है, बार-बार भीड़ लगा कर उसे दोबारा ने बढ़ाएं. भीड़ को सड़कों पर इकट्ठा करके किसी समस्या का समाधान जिले में संभव नहीं है, इसलिए यहां कोई अनुचित कार्य न करें.
बुनकरों से वार्ता के लिए बनाई गई टीम
डीएम ने कहा कि वाराणसी से बाहरी लोगों को भी शहर में बुलाया जा रहा है. इसके बारे में उचित होगा कि वे लोग सीधे लखनऊ जाकर विभाग में शांति से वार्ता करें, जैसी पूर्व में हो चुकी है. यहां आकर जन भावनाओं को न भड़काये. डीएम ने कहा कि यदि पूर्व के शासन के बुनकरों के हित मे किये गए बिजली के फ्लैट रेट लागू करने में कोई स्थानीय समस्या आ रही हो तो तत्काल प्रशासन को अवगत कराएं. इसके लिए पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के चीफ इंजीनियर, एडी हथकरघा और एडीएम सिटी को नामित किया जा रहा है.