वाराणसीः जनपद के राजातालाब में बीते दिनों लेखपाल के द्वारा रिश्वत लेने के मामले में जिलाधिकारी ने सख्ती दिखायी है. भ्रष्टाचार निवारण टीम की कार्रवाई के बाद तीनों तहसीलों के एसडीएम से ऐसे लोगों पर सख्ती से नजर बनाने के साथ जांच के निर्देश दिए हैं. जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने सभी तहसीलों में भ्रष्टाचार के मामलों में लिप्त कर्मचारियों के खिलाफ शिकायतों के संबंध में रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं.
जुटाया जा रहा लेखा-जोखा
जिलाधिकारी के निर्देश के बाद सभी तहसीलों में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है. जिलाधिकारी ने बीते चार वर्षों में तहसील के कर्मचारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों और उनमे हुई कार्रवाई के संबंध में रिपोर्ट पेश करने जो कहा है. इसके बाद से ही तीनों तहसीलों में भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मचारियों के संबंध में लेखा-जोखा जुटाया जा रहा है. ऐसे में भ्रष्टाचार में लिप्त जिन कर्मचारियों के संबंध में साक्ष्य पाये जायेंगे उन पर गाज गिरनी तय है. ऐसे कर्मचारियों की गोपनीय तरीके से जांच करायी जाएगी.
कई विभागों पर गिर सकती है गाज
जिलाधिकारी ने भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मचारियों की जांच के लिए इनकम टैक्स और भ्रष्टाचार निवारण टीम को गुप्त तरीके से कार्य करने के निर्देश दिए हैं. ऐसे कर्मचारियों की सम्पत्तियों के साथ जमीन के क्रय विक्रय की जांच की जाएगी. भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाले लोगों का ब्यौरा रजिस्ट्री विभाग से लिए जायेंगे. ऐसे में उन सभी विभागों के कमर्चारियों की जांच की जाएगी, जहां भ्रष्टाचार के सबसे अधिक आरोप लगते हैं.
इनमें शिक्षा विभाग को लेकर सबसे अधिक शिकायतें प्राप्त होती हैं और ऐसी दशा में शिक्षा विभाग की भी जांच की जाएगी. ऐसे में शिक्षा विभाग के साथ नगर-निगम, विकास भवन और वीडीए विभाग में तैनात भ्रष्टाचारी अधिकारियों और कर्मचारियों पर शिकंजा कसने की पूरी तैयारी कर ली गयी है.