वाराणसी: चुनावों की घोषणा के साथ ही चुनावी प्रक्रिया को तेज करने की कवायद शुरू हो गई है इस क्रम में लगातार आ रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने 16 बीएलओ को सस्पेंड कर दिया है.
शनिवार को कमिश्नरी सभागार में आयोजित बैठक और फाइनल प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला अधिकारी काफी नाराज हो गए. जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा आरओ, एआरओ की बैठक में बताया कि जितने भी डुप्लीकेट मतदाता है, उनको चिन्हित कर उनका नाम मतदाता सूची से बाहर जल्द से जल्द पूर्ण कर लें. दिव्यांग और 80 वर्ष से अधिक जितने भी मतदाता हैं उनकी सूची तैयार करना सुनिश्चित कर लें.
इनका मतदान बैलेट पेपर द्वारा कराया जाना है. साथ ही जिनकी वोटर कार्ड पर फोटो गलत हो गयी है, उसका फार्म भर कर आज से ही सही करना सुनिश्चित करें, जो बीएलओ काम ठीक से नहीं कर रहे हैं उनको हटा कर उनके जगह पर दूसरे को तैनात करें. बैठक में जिलाधिकारी को 16 बीएलओ की शिकायतें आयीं, जिस पर उन्होंने सभी को सस्पेंड करते हुवे कन्ट्रोल रूम पर अटैच करने का निर्देश दिया. उन्होंने निर्देशित किया कि जिले में बने मॉडल बूथ, ग्रीन बूथ का निरीक्षण कर लिया जाय और सभी जरूरी ब्यवस्थाएं सुनिश्चित कर लें. रोड शो की परमिशन, रैली का स्थान, संख्या के आधार पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए जिलाधिकारी के स्तर से दी जाएगी.
इसे भी पढ़ेंः कानपुर देहात में भयमुक्त होगा त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव: जिलाधिकारी
वहीं, प्रशिक्षण में उपस्थित सभी अधिकारियों को उनके दायित्वों को गहनता से बताया गया और साथ ही किसी भी तरह कोई भी आदर्श अचार संघिता का उलंघन न करने पाये. आचार संहिता के समय किसी भी पार्टी या जनप्रतिनिधियों के द्वारा आयोजित कार्यक्रम, जनसभा, रैली पर कड़ी निगरानी रखते हुए कार्यक्रम की विडियो भी बनाएं, कार्यक्रम में किसी भी प्रकार का भड़काऊ भाषण देने वाले का नाम नोट करें और भाषण भी रेकॉर्ड कर लें.
उक्त कार्यक्रम में उपयोग की जाने वाले वाहन, कुर्सियां, मंच, नास्ता, माईक, पोस्टर का ब्यौरा इकट्ठा रखें, जो लोग चोरी से बिना परमिशन के ऐसे कार्यक्रम कर रहे हैं और उनका किसी पार्टी या किसी नेता के लिये करते पाये जाते हैं, तो उनका भी विवरण रखे और संबंधित के व्यय खाते से जोड़े. इसमें सहायक व्यय प्रेक्षक की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप