वाराणसी: बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए और विभिन्न विभागों की तैयारियों की परीक्षा लेने के लिए वाराणसी के गंगा घाट पर बाढ़ आपदा मॉक एक्सरसाइज का आयोजन किया गया. योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की देखरेख में बाढ़ आपदा मॉडल का आयोजन 40 जिलों में एक साथ किया जा रहा है.
क्या है मॉक एक्सरसाइज
- वाराणसी के रमना गांव सहित कई गांव ऐसे हैं जो बाढ़ के सीजन में अत्यधिक प्रभावित होते हैं.
- उन गांवों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है.
- वाराणसी के विभिन्न विभागों जैसे एनडीआरएफ,अग्निशमन, पीएसी, पुलिस सूचना विभाग, पंचायत विभाग जैसे अधिकारियों ने भाग लिया.
- मॉक ड्रिल के दौरान बाढ़ का नकली दृश्य बनाकर उस पर चर्चा की गई और राहत देने के बारे में भी बताया गया.
- गंगा नदी में अचानक पानी बढ़ने से रमना गांव चारों ओर से बाढ़ के पानी से घिरता हुआ दिखाया गया.
- सूचना केंद्रीय जल आयोग ने जिलाधिकारी कार्यालय में दी और एनडीआरएफ कार्यालय को दी.
- मॉक ड्रिल के दौरान एनडीआरएफ की 45 सदस्य टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंची और बाढ़ में फंसे हुए लोगों की सहायता की.
- अगर कुछ लोग डूबने लगते हैं तो एनडीआरएफ के प्रशिक्षित गोताखोर किस तरह बचाकर प्राथमिक उपचार देते हैं.
- जिला चिकित्सा की टीम एंबुलेंस के माध्यम से उन्हें उपचार के लिए जिला चिकित्सालय ले जाती है.
- 12 पालतू जानवरों को भी बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र से सुरक्षित निकालकर पहुंचाने की एक्सरसाइज पूरी की गई.