वाराणसी: सावन के महीने में काशी धाम बोल बम के नारों से गुंजायमान रहता है. दूर-दूर से केसरिया रंग के कपड़ों में बाबा भोले की भक्ति में लीन रहने वाले कांवडिए जल लेकर बाबा का जलाभिषेक करने पहुंचते हैं, लेकिन इस बार कोविड-19 ने कांवडियों को मायूस कर दिया है. हर साल कांवड़ यात्रा कर बाबा भोलेनाथ से मनचाही मुराद पाने की इच्छा रखने वाले कांवडिया इस बार कांवड़ यात्रा तो नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन भोलेनाथ की भक्ति से दूर रहना इनके लिए असंभव हो गया है. यही वजह है कि भगवान शंकर के भक्त केसरिया रंग के कपड़ों में बाबा भोलेनाथ के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंच रहे हैं.
वाराणसी: भोले के भक्त हुए निराश, बिन कांवड़ ही पहुंच रहे हैं भोले के दरबार
यूपी के वाराणसी में सावन के मौके पर बाबा विश्वनाथ के दरबार में हर साल कांवड़ लेकर पहुंचने वाले भक्त इस बार निराश हैं. कोरोना के कारण कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगाया गया है. इसके बावजूद भक्त बिना कांवड़ के ही दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं.
वाराणसी: सावन के महीने में काशी धाम बोल बम के नारों से गुंजायमान रहता है. दूर-दूर से केसरिया रंग के कपड़ों में बाबा भोले की भक्ति में लीन रहने वाले कांवडिए जल लेकर बाबा का जलाभिषेक करने पहुंचते हैं, लेकिन इस बार कोविड-19 ने कांवडियों को मायूस कर दिया है. हर साल कांवड़ यात्रा कर बाबा भोलेनाथ से मनचाही मुराद पाने की इच्छा रखने वाले कांवडिया इस बार कांवड़ यात्रा तो नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन भोलेनाथ की भक्ति से दूर रहना इनके लिए असंभव हो गया है. यही वजह है कि भगवान शंकर के भक्त केसरिया रंग के कपड़ों में बाबा भोलेनाथ के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंच रहे हैं.