वाराणसी : देश को आजादी दिलाने के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने नमक कानून तोड़ने के लिए सत्याग्रह किया था. उसका अनुसरण करते हुए श्रीराम मंदिर की ईंट जोड़ने के लिए जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती राम सत्याग्रह करेंगे.
ज्योतिष एवं शारदा पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने बताया कि जिस तरह महात्मा गांधी ने दांडी मार्च निकाला था उसी तरह दंडी स्वामी दंडी मार्च निकालेंगे.
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अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर शिलान्यास के लिए नए सिरे से मुहूर्त निकाला जाएगा. इस बार मुहूर्त निकालने का जिम्मा काशी के ज्योतिषियों का होगा. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने बताया कि विभिन्न विद्वान संत समुदाय बैठकर चिंतन करेंगे और एक नया समय और तारीख निकाली जाएगी.
दांडी यात्रा में जिस तरह चार लोग जाते थे, उसी तरह से टोली बनाई जाएगी जिसमें नंदा, भद्रा, जया और पूर्णा नामक ईंट को लेकर भक्त राम जन्म भूमि की ओर जाएंगे. रात्रि में शिलान्यास नहीं होगा इसीलिए प्रतिदिन सूर्योदय से अगले 8 घंटों तक हर घंटे एक जत्था रवाना होगा. हम किसी प्रकार का विरोध नहीं करेंगे हमें रोका गया तो हम रुक जाएंगे, हमें मारा गया तो हम मार खाकर किसी प्रकार का विरोध नहीं करेंगे.
स्वामी जी ने बताया कि राम आगरा यात्रा जारी करने के लिए रामाग्रह यूथ (यूथ संस्कृत का शब्द है जिसका अर्थ दल या जत्था होता है) इसका गठन किया जाएगा. पूरे 1 वर्ष तक प्रतिदिन 448 बच्चे के हिसाब से कुल 11860 यूथ गठित किए जाएंगे. सबसे बड़ी खासियत यह है कि कोई भी जत्था किसी भी प्रकार का प्रतिकार नहीं करेगा.
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