वाराणसी: काशीनगरी के गोदौलिया स्थित गौतमेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में रविवार को काशी-देवी आराधना एवं शक्ति पीठ दर्शन नामक पुस्तक का विमोचन हुआ. इस पुस्तक में काशी में स्थित देवी मंदिरों एवं शक्तिपीठ के महत्व के बारे में संक्षिप्त वर्णन किया गया है. पुस्तक के लेखक पीएस वेंकटरमण एवं लेखिका मीनल पाठक हैं.
काशी-देवी आराधना एवं शक्ति पीठ दर्शन पुस्तक को भारत के साथ-साथ विश्व भर के भक्तों के साथ साझा करने के लिए पुस्तक को ई-बुक अर्थात पीडीएफ कॉपी का रूप दिया गया है. इस पुस्तक की लेखिका मीनल शर्मा ने बताया कि काशी के मंदिरों के बारे में जानकारी साझा करना एक पुण्य का विषय है. साथ ही इस पवित्र ग्रंथ रूपी पुस्तक को विश्व भर में अधिक से अधिक भक्तों तक पहुंचाना हमारा मकसद है.
इस पुस्तक का उद्देश्य काशी में स्थित मंदिरों और शक्तिपीठों की जानकारी को दुनिया भर में स्थित भक्तों के साथ साझा करना है. पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में आमंत्रित सभी अतिथियों को अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर उनका स्वागत किया गया. कार्यक्रम का आयोजन महादेव हैंडलूम हाउस के धीरज शर्मा ने किया.
विश्व भर के भक्तों के लिए हुआ देवी आराधना एवं शक्ति पीठ दर्शन पुस्तक का विमोचन
वाराणसी स्थित गौतमेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में रविवार को काशी-देवी आराधना एवं शक्ति पीठ दर्शन नामक पुस्तक का विमोचन हुआ. इसे विश्व भर के भक्तों के साथ साझा करने के लिए पुस्तक के रूप को ई-बुक अर्थात पीडीएफ कॉपी का रूप दिया गया है.
वाराणसी: काशीनगरी के गोदौलिया स्थित गौतमेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में रविवार को काशी-देवी आराधना एवं शक्ति पीठ दर्शन नामक पुस्तक का विमोचन हुआ. इस पुस्तक में काशी में स्थित देवी मंदिरों एवं शक्तिपीठ के महत्व के बारे में संक्षिप्त वर्णन किया गया है. पुस्तक के लेखक पीएस वेंकटरमण एवं लेखिका मीनल पाठक हैं.
काशी-देवी आराधना एवं शक्ति पीठ दर्शन पुस्तक को भारत के साथ-साथ विश्व भर के भक्तों के साथ साझा करने के लिए पुस्तक को ई-बुक अर्थात पीडीएफ कॉपी का रूप दिया गया है. इस पुस्तक की लेखिका मीनल शर्मा ने बताया कि काशी के मंदिरों के बारे में जानकारी साझा करना एक पुण्य का विषय है. साथ ही इस पवित्र ग्रंथ रूपी पुस्तक को विश्व भर में अधिक से अधिक भक्तों तक पहुंचाना हमारा मकसद है.
इस पुस्तक का उद्देश्य काशी में स्थित मंदिरों और शक्तिपीठों की जानकारी को दुनिया भर में स्थित भक्तों के साथ साझा करना है. पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में आमंत्रित सभी अतिथियों को अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर उनका स्वागत किया गया. कार्यक्रम का आयोजन महादेव हैंडलूम हाउस के धीरज शर्मा ने किया.