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शहर में हो रहे विकास कार्य बन रहे आफत

यूपी के वाराणसी में स्मार्ट सिटी बनाने को लेकर चल रहे विकास कार्यों से इलाके में ट्रैफिक और प्रदूषण जैसी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं. इलाके में आए दिन लोगों को ट्रैफिक की समस्याओं से दो चार होना पड़ रहा है. वहीं निर्माण कार्यों से दुकानदारों की रोजी-रोटी भी प्रभावित हो रही है.

विकास कार्य बन रहे आफत
विकास कार्य बन रहे आफत
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Published : Jan 24, 2021, 5:16 PM IST

वाराणसीः जनपद को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए सरकार की ओर से तमाम योजनाएं चलाई जा रही हैं. जिसे लेकर शहर के मध्य गोद लिये इलाके में हृदय योजना के तहत कार्य भी किए जा रहे हैं. परंतु इन दिनों यह विकास शहर वासियों के लिए आफत के रूप में तब्दील होता जा रहा है. विकास के कारण जहां प्रदूषण बढ़ रहा है तो वहीं दूसरी ओर जाम की समस्या आमजन के लिए बेहद गंभीर बन गई है.

शहर में स्मार्ट सिटी के तहत हो रहे विकास कार्य.

शहर में चल रहा है विकास कार्य
बता दें कि इन दिनों वाराणसी शहर में स्मार्ट योजना के तहत तमाम विकास कार्य चल रहे हैं. जिसकी वजह से शहर में जगह-जगह खुदाई कर दी गई है. दिन के समय में कार्य करने से शहर में ट्रैफिक का दबाव और प्रदूषण की समस्या और बढ़ती जा रही है. जिससे दुकानदार, राहगीर और पुलिस प्रशासन सभी को खासा समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

दुकानदारी हो गई है ठप
ईटीवी भारत से बातचीत में दुकानदारों ने बताया कि खुदाई हो जाने के कारण हम बीते दो महीने से परेशान हैं. कोई ग्राहक नहीं आ रहा है, धंधा एकदम ठप हो गया है. एक तो प्रदूषण, दूसरा खुदाई. दुकान तक लोग पहुंच ही नहीं पाते हैं.

'विकास' बन गया आफत
राहगीरों ने बताया कि शहर में हमेशा ट्रैफिक रहता है. इन दिनों जो काम अभी किए जा रहे हैं, इसके वजह से यहां ट्रैफिक और ज्यादा बढ़ गई है. यह भी नहीं पता कि यह काम कब तक पूरा होगा. उन्होंने बताया कि हमें विकास कार्यों से आपत्ति नहीं हैं. लेकिन विभाग को हमारे बारे में भी सोचना चाहिए. या तो यह पूरा मार्ग बंद कर एक बार में ही विकास का काम करा दिया जाए या फिर आम शहरों की तरह रात में काम कराया जाए. इससे लोगों की दुकानदारी भी चौपट नहीं होगी और शहर का ट्रैफिक भी सुरक्षित रहेगा.

ट्रैफिक और प्रदूषण से बढ़ रही है समस्या
बातचीत में उपनिरीक्षक कृपा शंकर त्रिपाठी ने बताया कि यदि यह काम रात में कराया जाता है तो आमजन के लिए काफी सुविधा हो सकती है. दिन के समय में यहां जाम की समस्या बहुत अत्यधिक रहती है. काफी मशक्कत के बाद स्थिति सामान्य हो पाती है. यदि यह काम रात्रि के समय में हो तो थोड़ी सहूलियत हो जाएगी. उन्होंने कहा कि जब पत्थर कटते हैं तो सबसे ज्यादा धूल निकलती है, एक तो ट्रैफिक के वजह से गाड़ियों का धुआं ऊपर से धूल यह प्रदूषण को बहुत ज्यादा बढ़ा रहा है. इस वजह से हम लोगों को सांस लेने में भी काफी दिक्कतें होती हैं.

वाराणसीः जनपद को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए सरकार की ओर से तमाम योजनाएं चलाई जा रही हैं. जिसे लेकर शहर के मध्य गोद लिये इलाके में हृदय योजना के तहत कार्य भी किए जा रहे हैं. परंतु इन दिनों यह विकास शहर वासियों के लिए आफत के रूप में तब्दील होता जा रहा है. विकास के कारण जहां प्रदूषण बढ़ रहा है तो वहीं दूसरी ओर जाम की समस्या आमजन के लिए बेहद गंभीर बन गई है.

शहर में स्मार्ट सिटी के तहत हो रहे विकास कार्य.

शहर में चल रहा है विकास कार्य
बता दें कि इन दिनों वाराणसी शहर में स्मार्ट योजना के तहत तमाम विकास कार्य चल रहे हैं. जिसकी वजह से शहर में जगह-जगह खुदाई कर दी गई है. दिन के समय में कार्य करने से शहर में ट्रैफिक का दबाव और प्रदूषण की समस्या और बढ़ती जा रही है. जिससे दुकानदार, राहगीर और पुलिस प्रशासन सभी को खासा समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

दुकानदारी हो गई है ठप
ईटीवी भारत से बातचीत में दुकानदारों ने बताया कि खुदाई हो जाने के कारण हम बीते दो महीने से परेशान हैं. कोई ग्राहक नहीं आ रहा है, धंधा एकदम ठप हो गया है. एक तो प्रदूषण, दूसरा खुदाई. दुकान तक लोग पहुंच ही नहीं पाते हैं.

'विकास' बन गया आफत
राहगीरों ने बताया कि शहर में हमेशा ट्रैफिक रहता है. इन दिनों जो काम अभी किए जा रहे हैं, इसके वजह से यहां ट्रैफिक और ज्यादा बढ़ गई है. यह भी नहीं पता कि यह काम कब तक पूरा होगा. उन्होंने बताया कि हमें विकास कार्यों से आपत्ति नहीं हैं. लेकिन विभाग को हमारे बारे में भी सोचना चाहिए. या तो यह पूरा मार्ग बंद कर एक बार में ही विकास का काम करा दिया जाए या फिर आम शहरों की तरह रात में काम कराया जाए. इससे लोगों की दुकानदारी भी चौपट नहीं होगी और शहर का ट्रैफिक भी सुरक्षित रहेगा.

ट्रैफिक और प्रदूषण से बढ़ रही है समस्या
बातचीत में उपनिरीक्षक कृपा शंकर त्रिपाठी ने बताया कि यदि यह काम रात में कराया जाता है तो आमजन के लिए काफी सुविधा हो सकती है. दिन के समय में यहां जाम की समस्या बहुत अत्यधिक रहती है. काफी मशक्कत के बाद स्थिति सामान्य हो पाती है. यदि यह काम रात्रि के समय में हो तो थोड़ी सहूलियत हो जाएगी. उन्होंने कहा कि जब पत्थर कटते हैं तो सबसे ज्यादा धूल निकलती है, एक तो ट्रैफिक के वजह से गाड़ियों का धुआं ऊपर से धूल यह प्रदूषण को बहुत ज्यादा बढ़ा रहा है. इस वजह से हम लोगों को सांस लेने में भी काफी दिक्कतें होती हैं.

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